Ganesh Sthapana Vidhi : हिंदू धर्म के अनुसार प्रथम पूज्य और विघ्नहर्ता श्री गणेश जी को माना जाता है। कोई भी शुभ काम करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है और उनका आशीर्वाद लिया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है और इस दिन बड़े ही धूमधाम से उनका जन्मदिन मनाया जाता है। इस बार चतुर्थी तिथि 18 सितंबर से शुरू है लेकिन लोगों को यह कंफ्यूजन है कि आखिर उनकी स्थापना कब करनी चाहिए?
कब है गणेश चतुर्थी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी और इस दिन मंदिरों व घरों में गणेश जी की स्थापना की जाएगी। इसके 10 दिन बाद 11वें दिन गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा। अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी का विसर्जन किया जाता है। इस बार गणेश जी का विसर्जन 28 सितंबर को होगा। अगर आप भी गणेश जी की स्थापना करना चाहते हैं तो हम आपको आसान सी विधि और उनकी पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार गणेश चतुर्थी 18 सितंबर को दोपहर 12:39 से शुरू होगी जो 19 सितंबर को दोपहर 1:43 पर समाप्त होगी। इसलिए 19 सितंबर को गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है जो 11:01 से लेकर 1:28 तक है।
गणेश मूर्ति स्थापना विधि
- गणेश चतुर्थी के दिन एक चौकी लेकर उसे साफ करके गंगाजल छिड़के और लाल वस्त्र बिछा दे।
- इस लाल कपड़े पर अक्षत यानी साबुत चावल रखें।
- इसके बाद भगवान गणेश जी की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें।
- भगवान गणेश जी को स्नान करवाकर गंगाजल छिड़के।
- मूर्ति के दोनों तरफ रिद्धि सिद्धि जी के रूप में एक-एक सुपारी रखें और दाएं और जल से भरा एक कलश रखें।
- इसके बाद हाथ में अक्षत और फूल लेकर भगवान गणेश जी का ध्यान करें।
- भगवान गणेश जी को फल, फूल, मिठाई का भोग लगाएं।
- इसके बाद गणेश जी के मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नमः’ का जाप करें।
- इसके बाद गणेश जी की आरती करें।