हिंदू या मुस्लिम…जानिए- किस धर्म का कैलेंडर है सबसे ज्यादा पुराना?

डेस्क : इस साल का यह आखिरी महीना चल रहा है। बस कुछ ही दिनों में हम सब 2024 में प्रवेश कर जायेंगे। बदलते साल के साथ लोगों के घरों में कैलेंडर भी बदल जाते हैं। कैलेंडर का हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म में महत्व काफी है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोनसा कैलेंडर अधिक पुराना है। दरअसल लोग आपसी बहस में अक्सर बिना किसी जानकारी के अपने चीजों को ज्यादा पुराना बताते हैं, लेकिन कोई भी बात तथ्य के साथ हो तो ज्यादा अच्छा रहता है। तो आइए आज जानते हैं कि किस धर्म का कैलेंडर ज्यादा पुराना है।

हिंदू कैलेंडर की शुरुआत

हिंदू कैलेंडर में दो मुख्य संवत विक्रम संवत और शक संवत हैं। विक्रम संवत की बात करें तो यह 57-58 ईसा पूर्व से चला आ रहा है। इसकी शुरुआत उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने की थी। शक संवत की शुरुआत कुषाण वंश के राजा कनिष्क ने 78 ईस्वी में की थी।

भारत सरकार शक कैलेंडर का पालन करती है। लेकिन भारत में हिंदू धर्म के सभी व्रत और तीज-त्योहार विक्रम संवत पर आधारित कैलेंडर पर होते हैं। हिन्दू धर्म के सभी व्रत और त्यौहार विक्रम संवत के अंतर्गत मनाये जाते हैं। इस कारण इसे हिंदू कैलेंडर माना जाता है। विक्रम संवत कैलेंडर की बात करें तो यह लगभग 2080 वर्ष पुराना है।

मुस्लिम कैलेंडर की शुरुआत

हिजरी कैलेंडर की शुरुआत 16 जुलाई 622 को हुई थी। कहा जाता है कि इसी दिन हजरत मुहम्मद मक्का छोड़कर मदीना चले गए थे। इस घटना को हिजरत कहा जाता है।

उर्दू में हिजरत का मतलब है चले जाना। हजरत मुहम्मद के मक्का से प्रवास के बाद हिजरी संवत शुरू हुआ। एक वर्ष में 354 दिन होते हैं। सौर वर्ष में जब सूर्य अपने स्थान पर लौटता है तो दिन छोटे होने के कारण कैलेंडर वर्ष के अंतिम माह में 11 दिन जुड़ जाते हैं। देखा जाए तो हिजरी संवत की शुरुआत लगभग 1445 वर्ष पूर्व हुई थी।

कौन सा ज्यादा पुराना है?

विक्रम संवत को हिंदू कैलेंडर माना जाता है। इसकी शुरुआत 2080 साल पहले 57-58 ईसा पूर्व में हुई थी। हिजरी संवत की शुरुआत लगभग 1445 वर्ष पूर्व हुई थी। इस लिहाज से हिंदू कैलेंडर मुस्लिम कैलेंडर से भी पुराना है।