भारत के इस जेल में है भूतों का साया! 1000 से ज्यादा लोगों को दी गई फांसी….

डेस्क : देश में ब्रिटिश काल की कई जेलें हैं, जिनसे जुड़ी कहानियां जानकर आप हैरान हो सकते हैं। यहां पर बुलन्दशहर की पुरानी जेल है। यह जेल अब एक रहस्य बन गई है। ऐसा कहा जाता है कि इस जेल में भूतों का साया है। इस जेल की कहानी कुछ ऐसी है कि यहां कैदियों को बरगद के पेड़ से लटकाकर फांसी दी जाती थी। यह जेल 21 साल से बंद है। इसमें कई क्रांतिकारियों को अंग्रेजों ने फाँसी पर लटकाया है। आइए आज जानते हैं इस जेल से जुड़े रहस्य।

लोगों को बरगद के पेड़ से लटकाकर दी गई फाँसी

यह इतिहास में डूबी वह जेल है जिसमें लोगों को बरगद के पेड़ से लटकाकर फांसी दी जाती थी। कोर्ट से मौत की सज़ा का फैसला आने के बाद सभी कैदियों को बीच जेल में बुलाया गया और उनके सामने फांसी पर लटका दिया गया। इसके बाद सभी लोग चिल्लाने लगेंगे और जल्लाद उन्हें फांसी पर लटका देगा। यह वही जेल है जहां 1000 से ज्यादा लोगों को फांसी दी गई थी, जेल में 200 साल पुराना बरगद का पेड़ आज भी मौजूद है।

जेल में आज भी है शिव मंदिर

जेल में एक कुआँ भी है, जिसका उपयोग कैदियों के पीने के पानी के लिए किया जाता था, लेकिन यह कुआँ अब बंद हो गया है और इसमें पानी नहीं है। जबकि पहले इस कुएं से चक्के के माध्यम से बाल्टी से पानी निकाला जाता था। इस कुएं के पानी से जेल में बंद लाखों लोग अपनी प्यास बुझाते थे।

आज भी जेल के अंदर भगवान शिव का मंदिर मौजूद है। जहां पहले कैदी अपनी रिहाई के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करते थे। लेकिन अब भगवान शिव के मंदिर में दीपक जलाने वाला कोई नहीं है और भगवान शिव के मंदिर पर धूल जमी हुई है और इसे साफ भी नहीं किया जाता है।

आज यह जेल जंगल में तब्दील हो चुकी है। लेकिन ये कोई जंगल नहीं बल्कि 187 साल पुरानी बुलंदशहर की जेल है। जेल को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए जो पौधे लगाए गए थे, वे आज 150-200 साल पुराने मजबूत पौधे बन गए हैं। अब इस जेल की देखभाल करने वाला कोई नहीं है और यह जेल खंडहर में तब्दील होती जा रही है।