Congress Rally Controversy : बीते रविवार दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की बड़ी रैली हुई. यह कांग्रेस की ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली थी जो अब लेटेस्ट सियासी बवाल का केंद्र बन गई है. रैली में शामिल कुछ कार्यकर्ताओं ने ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ के नारे जोर-शोर से लगाए. इस नारे से पूर सियासी माहौल गर्मा गया है. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो गया जिसके बाद बीजेपी ने भी इसे आड़े हाथों लिया और कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए इसे हिंसा की मानसिकता करार दिया.
बीजेपी का सीधा हमला
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इस नारेबाजी की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर अपने असली चरित्र पर उतर आई है. सुधांशु त्रिवेदी ने साफ कहा कि उनके शब्दों में यह मोदी जी की मौत की कामना है. कांग्रेस की माओवादी सोच अब छिपी नहीं रही है. जो पार्टी कब्र की बात कर रही है वो जल्द ही दफन हो जाएगी.
बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह मुलग साम्राज्य की छठी पीढ़ी में पतन आया है अब वैसा ही कांग्रेस का भी हाल होगा. सांसद ने द लास्ट मुगल का जिक्र करते हुए कहा कि मुगल में बाबर से लेकर 6 शासक आए और उसके बाद साम्राज्य खत्म हो गया. इसी तर्ज पर नेहरु परिवार की छह पीढ़ियों का शासन रहा है- मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी औऱ अब राहुल गांधी. छह पीढ़ी के बाद कांग्रेस का भी यही हाल होगा.
जयपुर की नेता पर आरोप
इस विवाद में जयपुर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मंजू लता मीणा का नाम सामने आया है. आरोप है कि पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे उन्हीं के नेतृत्व में लगाए गए. इस विवाद पर सफाई देते हुए नेत्री ने कहा कि यह उनकी नहीं बल्कि जनता के गुस्से की अभिव्यकित थी. इसका कारण उन्होंने वोट में धांधली होना बताया और कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है. बीजेपी का कहना है कि कब्र जैसे शब्दों का उपयोग कांग्रेस की हिंसक सोच को उजागर करता है. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस मुद्दों पर बहस छोड़कर अब गाली-गलौज और धमकी की राजनीति पर उतर गई है.
वोट चोर गद्दी छोड़ रैली
कांग्रेस की इस मुद्दे पर रैली और प्रदर्शन कई दिनों से प्लान्ड था. राहुल गांधी ने लगातार प्रेस कॉफ्रेंस कर बीजेपी और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर 7 अगस्त, 18 सितंबर और 4 नवंबर को पीसी भी की थी और चुनाव आयोग को सरकार की B team भी कहा था. रैली में मौजूद मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मंच से बेहद आक्रामक बयान भी दिए थे.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी का कांफिडेंस खत्म हो गया है और अमित शाह के हाथ कांपते हैं. उन्हें पता है कि उनकी चोरी पकड़ी गई है. प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो कुछ कांग्रेस ने सालों में बनाया, बीजेपी ने सब बिखेर दिया है. जनता का भरोसा मोदी-शाह से उठ चुका है. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेहद भावनात्मक बयान देते हुए कहा कि मेरे बेटे का आठ घंटे का ऑपरेशन था, लेकिन देश के लिए लड़ाई छोड़कर नहीं जा सकता. अगर पीछे हटे तो मर जाएगें.


