गरीब के बच्चे कैसे पढ़ेंगे! किताब-कॉपी से लेकर ड्रेस तक के दाम 50% तक बढ़े, जानिए – नई कीमत..

न्यूज़ डेस्क : एक तरफ देश में पेट्रोल डीजल व खाद पदार्थ के दामों में लगातार बढ़ोतरी कारण आम जनता परेशान है। तो वही दूसरी तरफ महंगाई ने शिक्षा व्यवस्था पर भी अपना पकड़ बना लिया है। आपको बता दें कि अब महंगाई की नजर बच्चों के शिक्षा में उपयोग होने वाली कॉपी-किताबों पर लगने लगी है।

दरअसल, कच्चे माल और पेट्रोल-डीजल के क़ीमतों में इजाफा होने के बाद अब कॉपी-किताबों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, इन चीजों की मांग बढ़ने से मार्केट के कॉपी-किताबों की कमी भी देखी जा रही है। मालूम हो कि अप्रैल के महीने से नया शैक्षिक सत्र चालू हुआ है। वहीं सरकार द्वारा निजी विद्यालयों की फीस वृद्धि से संबंधित रोक समाप्त कर दिया है। बता दें कि किताब-कॉपी स्कूल ड्रेस आदि वस्तुओं में 50 फीसदी वृद्धि होने पर अभिभावकों की परेशानी बढ़ गयी है।

इसके अलावा स्कूल बैग की कीमत एक सौ से बढ़कर डेढ़ सौ रुपये हो गई है। फुटवियर पर जीएसटी की दर 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी करने के बाद स्कूली जूतों के दाम 150 रुपये तक बढ़ गए हैं। दरअसल कोरोना महामारी के कारण 2020 में स्कूल सब ठप हो गए थे। वहीं गत वर्ष यानी 2021 में भी सुचारु रूप से स्कूल नहीं खुल सका। इसका गहरा असर पुस्तक व स्टेशनरी व्यापार पर पड़ा। परंतु अब 2022 में कोरोना की सभी पाबंदियां को हटा दिए जाने के बाद कॉपी-किताबों की मांग में काफी बढ़ोतरी देखी गयी है। वहीं इसकी महंगी कीमतों ने अभिभावकों परेशान कर दिया है।