खुशखबरी! अब वाराणसी-बांग्लादेश के रास्ते डिब्रूगढ़ के लिए चलेगी लग्जरी क्रूज, जानें – कितना होगा किराया..

न्यूज़ डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा ऐलान किया है। देशवासियों को विदेश की तर्ज पर रिवर क्रूज यात्रा का अनुभव मिलेगा। रिवर क्रूज यात्रा 13 जनवरी 2023 से शुरू होगा। इस 3200 km की यात्रा को 50 दिनों में तय किया जाएगा। यात्रा वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक के लिए है। इस दौरान कई जगहों का भ्रमण किया जायेगा।

यात्रा में विश्व विरासत जगहों का भ्रमण

50 दिनों की यह यात्रा भारत और बांग्लादेश की 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगी और विश्व धरोहर स्थलों सहित 50 से अधिक महत्वपूर्ण स्थानों पर रुकेगी। यह जहाज सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों से भी गुजरेगा। इस लंबे सफर में यात्रियों को परेशानी न हो, इसलिए क्रूज पर गीत, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।

पानी के रास्ते सबसे लंबी यात्रा

यह यात्रा एक पानी जहाज से दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी। गंगा विलास पोत में 18 सुइट होंगे। गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू कर 8वें दिन बक्सर, रामनगर, गाजीपुर होते हुए पटना पहुंचेगी. पटना से यह 20वें दिन कोलकाता पहुंचेगी। अगले दिन यह बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा। यह 15 दिनों तक बांग्लादेश के जलक्षेत्र में रहेगा। वहां से यह कोलकाता आकर बोगीबील (डिब्रूगढ़) पहुंचेगी।

इन रूटों से गुजरेगी क्रूज

गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू कर 8वें दिन बक्सर, रामनगर, गाजीपुर होते हुए पटना पहुंचेगी। पटना से यह 20वें दिन कोलकाता पहुंचेगी। अगले दिन यह बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा। यह 15 दिनों तक बांग्लादेश के जलक्षेत्र में रहेगा। वहां से यह कोलकाता आकर कोलकाता से बोगीबील (डिब्रूगढ़) पहुंचेगी।