Indian Army में अब 50% अग्निवीर होंगे परमानेंट? सेना इन वजहों से कर रही है मांग

Indian Army: देश में अग्निवीर योजना को लेकर काफी बवाल मचा था, लेकिन सरकार ने इसे एक सार्थक योजना बताते हुए लागू कर दिया। अग्निविर योजना को काफी लोगों ने समर्थन दिया तो वहीं कई ऐसे लोग भी जो विरोध कर रहे थे।

अब सेना की ओर से अग्नीपथ योजना के तहत भर्ती हुए सेनाओं के लिए कुछ मांग की जा रही है। सेना मांग कर रही है कि अग्निवीरो में से 4 साल बाद 50% अग्निवीरों को परमानेंट कर दिया जाए। सेना की इस मांग को ठुकरा दी गई थी। एक बार फिर सेना इस मांग को लेकर आवाज उठा रही है।

हर बैच से 50% अग्निवीर हो परमानेंट

प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना चाहती है कि अग्निवीरों के हर बैच में से करीब 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट किया जाए। एक अधिकारी के मुताबिक पहले जब सैनिकों की भर्ती होती थी उसमें जो स्टैंडर्ड रखे गए थे वहीं स्टैंडर्ड अग्निवीरी के लिए भी हैं। हम क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं कर रहे हैं। 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट करने के अलावा सेना ने सरकार के सामने यह प्रस्ताव भी रखा है कि अग्निवीरों की भर्ती तेजी से की जाए।

कोविड में सेना में भर्ती नहीं हुई

कोरोनावायरस के दौरान सेना की भर्ती से जुड़ी प्रक्रिया बंद थी। ऐसे में उन दो सालों में भर्ती नहीं हुई। वही सेना में हर साल 80000 सैनिकों की भर्ती की जाती है ताकि रिटायर होने वाले सैनिकों के जाने के बाद सेना में सैनिकों की संख्या बैलेंस हो सके। पिछले साल जब अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की भर्ती की गई तो पहले साल 40 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है। इसके बाद धीरे धीरे यह नंबर बढ़ाया जाना है और साल 2026 तक कुल 1 लाख 75 हजार अग्निवीरों की भर्ती सेना में होनी है।