Indian Railway : क्या आप जानते हैं किस जोन की ट्रेनें सबसे ज्यादा लेट चलती है? आज जान लीजिए..

Indian Railway : इंडियन रेलवे की बात ही निराली है। अभी जबकि सभी ट्रेनें (Trains of Indian Railways) पटरी पर नहीं हैं, तब भी कई ट्रेनें लेट (Train Late) से चल रही हैं। हालांकि कोरोना काल में 1 जुलाई 2020 को रेलवे ने एक रिकार्ड बनाया था। उस दिन इंडियन रेलवे ने अपने इतिहास में पहली बार सभी ट्रेनों के समय पर चलने का अनोखा रिकार्ड बनाया था।

लेकिन, जैसे जैसे पहले से चलने वाली ट्रेनें पटरी पर उतरने लगी हैं, रेलवे के अधिकतर जोन समय पालन करने में फिसड्डी ही साबित होने लगे हैं। आलम तो यह है कि 1 जोन में तो पंक्चुअलिटि गिर कर 58.67 प्रतिशत तक घट गई है। हालांकि, रेल मंत्री (Railway Minister) अश्विनी वैष्णव चाहते हैं कि सभी जोन की पंक्चुअलिटी हर हाल में 90 प्रतिशत से ज्यादा हो। इसलिए पंक्चुअलिटी मेंटेन नहीं करने वाले जोन को रेलवे बोर्ड की तरफ से एक तरह से चेतावनी अब मिल गई है।

रेलवे की पंक्चुअलिटी हैं रेल मंत्री के लक्ष्य से पीछे : इंडियन रेलवे बोर्ड ने पिछले 22 से 28 अगस्त के बीच देश के सभी जोन का पंक्चुअलिटी का सर्वे किया। इस दौरान पूरे भारतीय रेल की पंक्चुअलिटी करीब 84.43 फीसदी रही। जबकि रेल मंत्री (Minister of Railways) अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को पंक्चुअलिटी का पर्सेंटेज कम से कम 90 फीसदी तक रखने को कहा है। जाहिर है कि इससे रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की सांसे अटकी हुई है।

कौन सा जोन है सबसे पीछे : ट्रेनों को समय से चलाने में सबसे पीछे हैं साउथ इस्टर्न सेंट्रल रेलवे (SECR) है। इसका मुख्यालय छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्तिथ है। इस रेलवे बोर्ड की पंक्चुअलिटी 58.67 फीसदी रही है। मतलब वहां 100 में से 41.33 ट्रेने देरी से चलती हैं। इसके बाद आता हैं कोंकण रेलवे (Konkan Railway) की पंक्चुअलिटी 72.08 फीसदी रही।

ट्रेनों को देरी से चलाने में तीसरा स्थान ईस्ट कॉस्ट रेलवे (ECoR) का फिक्स है। ओडिशा के भुवनेश्वर मुख्यालय वाले इस रेलवे की पंक्चुअलिटी 74.81 प्रतिशत रही थी। दिल्ली मुख्यालय वाले उत्तर रेलवे (Northern Railway) की भी स्थिति कोई ठीक ठाक नहीं है। आलोच्य अवधि के दौरान उत्तर रेलवे की पंक्चुअलिटी 77.70 प्रतिशत रही थी। प्रयागराज मुख्यालय वाले नार्थ सेंट्रल रेलवे (NCR) की पंक्चुअलिटी भी 79.25 प्रतिशत ही है।

80 फीसदी से ऊपर की पंक्चुअलिटी वाले ये हैं रेलवे जोन : 80 प्रतिशत से अधिक पंक्चुअलिटी रखने वाले जोनों में नार्थ इस्टर्न रेलवे (NER), नार्थ ईस्टर्न फ्रंटियर रेलवे (NFR), वेस्ट सेंट्रल रेलवे (WCR), साउथ सेंट्रल रेलवे (SCR), ईस्ट रेलवे (ER) और ईस्ट सेंट्रल रेलवे (ECR) का नाम शामिल है। इस दौरान नार्थ ईस्टर्न रेलवे की पंक्चुअलिटी 81.98 प्रतिशत रही है। NFR की पंक्चुअलिटी 83.21 फीसदी, NCR की पंक्चुअलिटी 85.88 फीसदी, SCR की पंक्चुअलिटी 86.32 फीसदी, इस्ट रेलवे की पंक्चुअलिटी 88.09 प्रतिशत और ईस्ट सेंट्रल रेलवे की पंक्चुअलिटी 89.32 प्रतिशत है।