आखिर Jyoti Mourya को कैसे मिली SDM की नौकरी? कौन-सा Exam करना होता है पास? कितना रैंक पर मिलता है यह पद

एसडीएम ज्योति मौर्या ने यूपीपीसीएस (UPPCS) की परीक्षा में 16 वी रैंक हासिल की थी जिसके बाद उन्हें SDM का पद मिला था.

PCS Officer Jyoti Mourya : पति को धोखा देने के मामले में एसडीएम (SDM) ज्योति मौर्या और उनके पिता, आलोक मौर्य पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. इधर आलोक मौर्या भी ज्योति मौर्या पर किसी गैर अधिकारी के साथ संबंध का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है एसडीएम (SDM) बनने के लिए कौन-सा एग्जाम पास करना होता है? आखिर कौन-सा रैंक आने पर यह पद मिलता है?

ज्योति मौर्या को कैसे मिली SDM की नौकरी?

2010 में आलोक मौर्य से शादी के बाद ज्योति मौर्या (Jyoti Mourya) अपने मायके में रहकर ही स्नातक उत्तीर्ण की और बाद में उनके पति आलोक मौर्या ने पीसीएस (PCS) की तैयारी करने के लिए प्रयागराज में भेज दिया. वहां ज्योति ने वर्ष 2015 में यूपीपीसीएस (UPPCS) एग्जाम में 16वां रैंक हासिल किया जिसके बाद उनको SDM की कुर्सी दी गई.

कितना रैंक आने पर मिलता है SDM का पद?

किसी स्टेट के पीसीएस (PCS) परीक्षा में उम्मीदवार को अच्छे अंक लाने पर एसडीएम का पद मिलता है. State PCS के एक्जाम में टॉप 20 रैंक लाने वाले उम्मीदवारों को ही SDM के पद पर नियुक्त किया जाता है. एसडीएम पद के लिए उम्मीदवार यूपीएससी (UPSC) का परीक्षा उत्तीर्ण किया हुआ हो सकता है जिसका आमतौर पर UPSC के मेरिट लिस्ट में रैंक 100 और 500 के बीच होता है.

कैसे मिलता है DSP का पद?

डीएसपी पद पर चयन के लिए उम्मीदवारों को पीसीएस की परीक्षा पास करने के साथ-साथ शारीरिक पात्रता के मानदंड को भी पूरा करना होता है. शारीरिक पात्रता के मानदंड में उम्मीदवार की लंबाई और सीने की चौड़ाई शामिल होती है. यदि उम्मीदवार इन पात्रता को सकुशल पूरा करता है तो वह डीएसपी पद के लिए चयन कर लिया जाता है.

कैसे मिलता है BDO का पद?

एसडीएम (SDM) और डीएसपी (DSP) के बाद सबसे लोकप्रिय पद BDO का होता है. यह पद उन उम्मीदवारों को दिया जाता है जिनका स्टेट पीसीएस एग्जाम में 70 से 100 के बीच रैंक रहता है.