आशीष विद्यार्थी: बॉलीवुड में इन दिनों कास्टिंग डायरेक्टरों के हाथ में काम चला गया है। किस एक्टर को किस फिल्म में रखना है यह तय कास्टिंग डॉक्टर ही कर रहे हैं। ऐसे में कई धुरंधर अभिनेताओं के साथ पक्षपात की बातें सामने आने लगी है। इनमें से कईयों ने तो खुलकर बोलना भी शुरू कर दिया है।
कई वरिष्ठ अभिनेताओं ने यहां काम नहीं मिलने की शिकायत की है क्योंकि वे नई व्यवस्था में खुद को फिट नहीं पाते हैं. नीना गुप्ता, अनुपम खेर और गुलशन ग्रोवर ने इसकी शिकायत की है और अब लिस्ट में आशीष विद्यार्थी का नाम भी आ गया है। हाल ही में वेब सीरीज ट्रायल बाय फायर में नजर आए आशीष विद्यार्थी ने बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में कहा कि अब मैं पहले की तरह गेस्ट रोल नहीं करता। बल्कि मैं निर्देशकों से कहता हूं कि मुझे केंद्रीय किरदार दें।
उनका कहना है कि वे बदले हुए हालात में कास्टिंग डायरेक्टर्स को मैसेज भी करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज के कास्टिंग डायरेक्टर्स से कहना चाहता हूं कि मैं जिंदा हूं दोस्त, मेरे मरने का इंतजार मत करना। बाद में मत कहना कि यह अभिनेता अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर सका।
उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव पर मैं कुछ बेहद दिलचस्प किरदार निभाना चाहता हूं। मैं एक जीवित अभिनेता हूं जिसने अपने शिल्प को तराशा है और इसे बेहतर बनाया है। अगर कुछ लेखक और कास्टिंग डायरेक्टर सुन रहे हैं तो मैं कहना चाहता हूं कि मैं यहां खड़ा हूं।
उन्होंने बताया कि उनके पास ऑफर आते हैं लेकिन अब वह हर रोल के लिए हां नहीं कहते हैं। उन्होंने कहा कि अब मैं वह काम करता हूं जो मुझे पसंद है। मैं कुछ ऐसी भूमिकाएं करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैंने पहले नहीं की हैं। मैंने गेस्ट अपीयरेंस करना बंद कर दिया। बहरहाल, जिस तरह आशीष विद्यार्थी शुक्रवार को निर्माता विशाल भारद्वाज की फिल्म डॉग में चंद मिनट का रोल करते नजर आए, उससे साफ है कि वह अभी भी अपने परिचितों को ना नहीं कह पा रहे हैं.
फिल्म का निर्देशन विशाल के बेटे आसमान ने किया है। यह आसमान की पहली फिल्म है। साफ है कि आशीष विद्यार्थी ने यह रोल विशाल से पुरानी दोस्ती की खातिर किया था। इससे आशीष के चाहने वाले मायूस हो गए। आशीष इस साल विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘खुफिया’ में भी नजर आएंगे। उम्मीद है कि इसमें उनकी भूमिका और बेहतर होगी।