डेस्क : देश के कई राज्यों में बिहार के लोगों की उपेक्षा की जाती है। कई राज्य सरकारें बिहार से गए मजदूरों के लिए कड़े बयान देती नजर आती हैं। इसी कड़ी में डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने बयान देकर सियासी हलचल तेज कर दी है।
दयानिधि ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार से तमिलनाडु आने वाले हिंदी भाषी लोग निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं। अब बीजेपी के लोग इसे लेकर नीतीश कुमार से सवाल कर रहे हैं। आइए इस मामले को विस्तार से जानते हैं।
दयानिधि के बयान का ये क्लिप वायरल हो रहा है। इसमें मारन ने अंग्रेजी सीखने वाले और केवल हिंदी सीखने वाले लोगों की तुलना की और कहा कि पहले वाले आईटी कंपनियों में जाते हैं जबकि दूसरे छोटी-मोटी नौकरियां करते हैं।
#DMK MP #DayanidhiMaran says that individuals from #Bihar and #UP, who only learn Hindi, migrate to TN, engage in construction work, and perform tasks like cleaning roads and ? TOILETS?
— Aryabhata | ஆர்யபட்டா ?️ (@Aryabhata99) December 23, 2023
This is depicted as a consequence of learning #Hindi. #30000கோடி_எங்கடா pic.twitter.com/9a2AzaIqeN
शहजाद पूनावाला ने इंडिया ब्लॉक पर देश के लोगों को जाति, भाषा और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस तथ्य की आलोचना की कि इंडिया गठबंधन सांसद के खिलाफ निष्क्रिय था। पूनावाला ने एक्स पर लिखते हैं कि देश में एक बार फिर फुट डालो और राज करो जैसे कार्ड खेलने की पूरी कोशिश हो रही है।
भाजपा नेता ने दयानिधि मारन द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और कहा कि जब अन्य नेताओं के कार्यों पर विचार किया गया तो ये टिप्पणियां कोई संयोग नहीं थीं। उन्होंने दयानिधि मारन की टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश और बिहार के इंडिया ब्लॉक नेताओं की आलोचना की और पूछा कि वे चुप क्यों हैं। पूनावाला ने पूछा, “क्या नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, लालू यादव, कांग्रेस, एसपी, अखिलेश यादव सभी दिखावा करेंगे कि ऐसा नहीं हो रहा है? वे कब स्टैंड लेंगे?”