Indigo Crisis Update : भारत आज भी इस स्थिति में नहीं पहुंचा है, जहां हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर सके। लेकिन कम समय में गंतव्य तक पहुंचने के लिए खास से लेकर आम लोगों तक को हवाई यात्रा करना मजबूर है। ऐसे में इंडिगो एयरलाइंस में चल रहे संकट ने लोगों को और मजबूर कर दिया है।
बीते एक हफ्ते से यात्री परेशान चल रहे हैं। हालांकि अब राहत की खबर सामने आई है। कंपनी ने प्रभावित यात्रियों को रिफंड देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इंडिगो ने बताया कि 610 करोड़ से अधिक राशि प्रभावित यात्रियों को दी जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के द्वारा कंपनी को निर्देशित किया गया कि यात्रियों का फंसा सामान 48 घंटे के भीतर उन तक डिलीवरी कर दिया जाए।
दरअसल, बीते हफ्ते स्टाफिंग संकट और तकनीकी खराबी के चलते सैकड़ो उड़ने रद्द कर दी गई। इसके अलावा कई उड़ाने देरी से चली। इस वजह से लाखों यात्रियों को अलग-अलग एयरपोर्ट्स पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंडिगो की लापरवाही से परेशान होकर कई यात्रियों ने तो सोशल मीडिया पर वीडियो बना कर डाला और बैगेज खोने की बात खुलकर बताया
वहीं कई यात्रियों ने लीगल एक्शन भी लिया। इसके बाद यात्रियों के शिकायतों को देखते हुए मंत्रालय ने इंडिगो से रिपोर्ट मांगी।
अब कंपनी ने बीते रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि वर्तमान में 1650 उड़ाने सामान्य स्थिति में उड़ान भरने को तैयार है। वहीं प्रबंधन ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में सभी रूट्स पर सामान्य रूप से सेवा बाहल कर दी जाएगी। वहीं यात्रियों की शिकायतों के तुरंत निपटारे के लिए हेल्पलाइन नंबर ओर ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम बहाल कर दिया गया है।
इस मामले में उद्यान मंत्रालय ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि इंडिगो एयरलाइंस को अपने तकनीकी व्यवस्था और ग्राउंड स्टाफ की तैयारी को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में यात्रियों को इस तरह के संकटों से जूझना ना पड़े। मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइंस में उड़ान भरने वाले यात्रियों को समय पर उचित सुविधा मिलना कंपनी की प्राथमिक जिम्मेदारी है।


