आखिर शादी की पहली रात को ‘सुहागरात’ क्यों कहा जाता है? ये है कारण-

शादी किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे स्पेशल दिन होता है। हर युवक युवती अपने इस खास दिन के लिए कई सारे सपने देखते हैं। शादी में बहुत सी रस्में होती है मगर एक रात सबसे अलग और स्पेशल होता है। जैसे सुहागरात कहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इस रात को सुहागरात क्यों कहते हैं। शादी के पहले दिन को सुहागरात कहने के पीछे क्या कारण है आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे।

शादी की पहली रात क्यों कहलाता है सुहागरात

ऐसा कहते हैं की संस्कृति के शब्द सौभाग्य से सुहागन शब्द का उद्गम हुआ है। सुहागन, सुहाग शब्द शादी से जुड़ा हुआ होता है। शादी के पहले रात को सुहागरात कहते हैं। सुहागरात दो शब्दों के मिलने से बना है। सुहाग और रात। शादी के बाद सुहागन की पहली रात होती है इसलिए इसे सुहागरात कहते हैं।

क्या कहता है सर्वे

बहुत सारे लोगों को लगता है की सुहागरात का दिन पति-पत्नी के मिलन का दिन होता है। इस दिन वह हमेशा हमेशा के लिए तन-मन से एक हो जाते हैं। लेकिन एक सर्वे के मुताबिक शादी की पहली रात यानी की सुहागरात को 48% लोग सो जाते हैं।

वही 10% लोगों का यह कहना था कि वह इतने नशे में थे कि उन्हें नींद आ गई। वहीं अरेंज मैरिज करने वाले लोगों को कम से कम 2 दिन अपने पार्टनर को जानने के लिए लगता है।

इस सर्वे में यह बात भी पता चली की शादी के पहले रात इंटिमेट होने में कपल्स को थोड़ा प्रेशर महसूस होता है। सुहागरात के दिन ज्यादातर लोग इतने थक जाते हैं कि वह आराम करना पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोग अपने पार्टनर्स को जानने के लिए उनसे बातचीत करते हैं।