न रेल..न एयरपोर्ट..बस हेलिकॉप्टर-नाव के सहारे जीते हैं ये देशवासी, दुनियाभर से घूमने आते हैं लोग….

किसी भी देश में यात्रा करने के लिए या फिर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए साधन की जरूरत होती है. जिसमें रेल से लेकर हवाई जहाज शामिल है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आज भी दुनिया में एक ऐसा देश है. जहां पर ना तो रेल नेटवर्क है और ना ही कोई एयरपोर्ट है. हैरानी इस बात की है कि एक तरफ दुनिया चांद पर पहुंच रही है तो ही इस खूबसूरत से देश में एक रेल नेटवर्क तक नहीं है.

दरअसल स्विट्जरलैंड के जैसा खूबसूरत ग्रीनलैंड भी हमेशा बर्फ से ढका रहता है. ग्रीनलैंड का लगभग 85 फ़ीसदी इलाका बर्फ की चादरों में हमेशा लिपटा रहता है. हालांकि ग्रीनलैंड एक स्वतंत्र देश होने के बावजूद यह डेनमार्क के अधिकार क्षेत्र में आता है. जहां रेल नेटवर्क और एक भी एयरपोर्ट देखने को नहीं मिलता है.

ग्रीनलैंड की खासियत है कि वहां पर एक भी रेल नेटवर्क और ना ही एक सड़क है. इसीलिए वहां हवाई जहाज और अपनी खुद की निजी वाहन चलाना मुश्किल है. हालांकि इस देश में काफी कम संख्या में लोग रहते हैं जिन्हें सफर करने के लिए कार नहीं बल्कि बोट हेलीकॉप्टर की जरूरत होती है.

Greenland ग्रीनलैंड के शहरों के बीच अधिक दूरी होने की वजह से कोई सड़क का निर्माण नहीं किया गया. जिसकी वजह से रास्ते एयरलाइन कंपनी एयर ग्रीनलैंड विमानों और हेलीकॉप्टरों के साथ परिवहन का एक बड़ा हिस्सा संचालित करती है. इधर विशेष रूप से उत्तर और पूर्व, दक्षिण ग्रीनलैंड के कस्बों में छोटे-छोटे गांव बसे हुए हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रीनलैंड दुनिया का बारवा सबसे बड़ा देश है जहां पर 58 लाख रुपए की आबादी है. हैरानी की बात है कि ग्रीनलैंड की छोटी-छोटी बस्तियों में हवाई जहाज के लिए कोई रनवे नहीं बनाया गया है. जिसके लिए वहां यात्राएं अक्सर हेलीकॉप्टर के माध्यम से की जाती है. हालांकि यह देश अपने खूबसूरती के लिए जाना जाता है जहां 20 लाख वर्ग किलोमीटर में सिर्फ बर्फ ही बर्फ देखने को मिलता है।