Saturday, July 27, 2024
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Switch Board में लगा रेड लाइट इंडिकेटर बढ़ा रहा आपका बिजली बिल, जानें कितनी होती है खपत

Switch Board Red light: आज के समय में बढ़ती महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी है और ऐसे में लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचानें की कोशिश कर रहे हैं. इधर अधिक बिजली बिल को लेकर भी तरह-तरह के टिप्स फॉलो कर रहे हैं.

लोग बिजली बिल कम आने को लेकर तरह-तरह के हैवी चीजों का इस्तेमाल कम कर दिए हैं. लेकिन कई बार उनकी नजर उन छोटी चीजों पर नहीं पड़ती है. जहां से उनके घर का बिजली बिल अधिक आता है. उन्हें में से एक है स्विच बोर्ड पर लगी रेड लाइट यह लाइट तब तक चलती रहती है जब तक बिजली बोर्ड से गायब नहीं हो जाती है.

24 घंटे चालू रहती है ये लाइट

घर में लगे स्विच बोर्ड (Switch Board) पर लगी रेड लाइट असल में एक इंडिकेटर का काम करती है कि, घर में बिजली मौजूद है. मगर यदि 24 घंटे बिजली आती रहे तो यह इंडिकेटर भी 24 घंटे अपना काम करता रहता है. ऐसे में यह आपकी बिजली बिल को बढ़ाने का काम करता है, थोड़ा ही सही मगर इस लाइट यानी कि इंडिकेटर का आपका बिल पर असर जरूर देखने को मिलता है. वहीं अगर आपके घर में अधिक स्विच बोर्ड लगे हुए हैं तो पूरे महीने या 20 से 22 घंटे लगातार ऑन रहता है और यहीं वजह है की आपका बिजली बिल बढ़ जाता है.

कितनी बिजली बिल की करता है खपत ?

आज के समय में लोगों के घरों में आमतौर पर बिजली के सप्लाई 230 से 240 वोल्ट पर ही होती है. ऐसे में देखा जाए तो एक इंडिकेटर हर 0.3 से 0.5 वॉट यानी 24 घंटे में करीबन 7.2 वॉट बिजली की खपत कर जाता है. हालांकि अगर आपके घर में लगे स्विच बोर्ड की संख्या 10 या 10 से अधिक है तो स्विच बोर्ड पर लगी है रेड लाइट डेली 72 वॉट बिजली की खपत करेगी इस तरह महीने में 2 यूनिट बिजली बिल आसानी से खर्च हो जाता है.

क्यों लगा होता है ये रेड लाइट?

महीने के हिसाब से 10 स्विच बोर्ड (Switch Board) में लगी इंडिकेटर से 72 वॉट की बिजली खपत अधिक नहीं है, लेकिन बात यह है कि यह लाइट क्यों लगा होता है? दरअसल, इसे स्विच बोर्ड में इसलिए लगाया जाता है कि, किसी आंधी तूफान जैसी आपदा में संकेत मिलता रहे कि घर में बिजली है या फिर नहीं.

Vivek Yadav

विवेक यादव डिजिटल मीडिया में पिछले 2 सालों से काम कर रहे हैं. thebegusarai में विवेक बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं. इससे पहले 'एमपी तेजखबर' के साथ इन्होंने अपनी पारी खेली है. विवेक ऑटो, टेक, बिजनेस, नॉलेज जैसे सेक्शन में लिखने में इनकी विशेष रुचि है. इन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की पढ़ाई की है। काम के अलावा विवेक को किताबें पढ़ना, लिखना और नई जानकारी जुटना काफी अच्छा लगता है।