भारतीय नोटों पर कैसे छपी ‘गांधी जी’ की तस्वीर? किसने खींची ये मुस्कुराती फोटो, जानें- सबकुछ..

Mahatma Gandhi : भारत के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गांधी की तस्वीर भारतीय नोटों पर लंबे समय से लगी हुई है. लेकिन इस फोटो के पीछे का इतिहास क्या है. इसके बारे में बेहद कम लोगों को ही पता है तो लिए आज हम इसी बात को जानते हैं कि, आखिर इस तस्वीर को कब खींचा गया था और नोट पर लगाने के लिए कब चुना गया था इस पूरी इतिहास के पीछे का क्या कारण था सब विस्तार से जानते हैं?

कब चुना गया फोटो ?

भारतीय नोटों पर दिखने वाली गांधी जी की तस्वीर 1946 में लगाई गई थी. जिसमें वह ब्रिटिश राजनेता के लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पथिक लॉरेंस के साथ खड़े हुए थे इस तस्वीर को इसलिए चुना गया था. क्योंकि उसे विशेष तस्वीर के फोटोग्राफर का चयन करने वाले व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.

लेकिन इसकी डिजाइन को आरबीआई द्वारा प्रबंध में लिया गया था. केंद्रीय बैंक और केंद्र राज्य से डिजाइनर को लेकर भी मंजूरी मिली जिसके बाद 1934 की धारा 22 के अनुसार इस डिजाइन को सहमति दी गई.

कब छपी पहली तस्वीर

गांधीजी की पहली तस्वीर 1969 में इंडियन करेंसी पर नजर आई. जिसे उनकी 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में जारी किया गया था. वहीं इस नोट पर RBI गवर्नर LK झा के हस्ताक्षर भी थे. इसके अलावा अक्टूबर 1987 में, गांधीजी की तस्वीर वाले 500 रुपये के नोटों की एक सीरीज पेश की गई थी.

कब हुई तस्वीर पर्मानेंट?

बता दें कि, 1990 के दशक तक, RBI ने डिजिटल प्रिंटिंग, स्कैनिंग, फोटोग्राफी और ज़ेरोग्राफी जैसी टेक्नोलॉजी के साथ मुद्रा नोटों पर पारंपरिक सुरक्षा विशेषताएं अपर्याप्त थीं. इसके अलावा 1996 में, RBI ने अशोक स्तंभ बैंक नोटों को बदलने के लिए एक नई ‘महात्मा गांधी सीरीज’ लॉन्च की थी. हालांकि, आज भी देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर बनी है.