घर में लगें लकड़ी के सॉकेट बोर्ड से रहें सतर्क! वरना घट सकती है दुर्घटना, जानें – वजह….

आज के समय में आपको लोगों के घरों में लकड़ी के देसी सॉकेट बोर्ड देखने को मिल जाएंगे. लकड़ी के बने यह सॉकेट इतने खतरनाक होते हैं जितना की बिजली का नंगा तार होता है. इस बात को हम लोग बहू भी जानते हैं कि लकड़ी में बिजली का प्रवाह नहीं हो सकता है, लेकिन पानी की शिलान आने की वजह से यह काफी खतरनाक हो जाता है और इसमें बिजली की प्रवाह भी होने लगती है. इसीलिए यह बिजली के नंगे तार जितना खतरनाक हो जाता है.

अगर आप अपने घरों में लकड़ी के पुराने देसी सॉकेट लगवा रखे हैं या फिर पहले से लगा हुआ है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है. क्योंकि अगर आप गर्मी के मौसम में इसका इस्तेमाल करते हैं तो उसके अंदर लगे स्पार्किंग की वजह से आग लगने की आशंका होती है. जबकि बरसात के मौसम में करंट लगने की संभावना बढ़ जाती है. हवा की लकड़ी के बोर्ड की तुलना में प्लास्टिक बोर्ड काफी किफायती माना जा रहा है.

क्यों खतरनाक होता है लकड़ी का बोर्ड?

लकड़ी के साकेत बोर्ड काफी मजबूत होते हैं, लेकिन मजबूती के साथ साथ यह उतने ही खतरनाक भी होते हैं. बेशक सूखी लकड़ी में बिजली की परवाह नहीं होती है, लेकिन अगर बोर्ड में या बोर्ड के आसपास थोड़ा भी पानी पहुंच जाता है तो उसकी नमी के कारण इसमें बिजली की प्रवाह होने लगती है. इसीलिए लकड़ी के सॉकेट बोर्ड को काफी खतरनाक माना जा रहा है.

प्लास्टिक सॉकेट बोर्ड का करें इस्तेमाल

अगर आपको बिजली के झटके से बचना हैं, तो आप अपने घरों में बिजली की वायरिंग करवाते समय ध्यान रखें की लकड़ी की जगह प्लास्टिक के सॉकेट का इस्तेमाल करें. क्योंकि प्लास्टिक में बिजली का परवाह नहीं हो सकता है अगर भीख भी गया तो इसमें करंट नहीं उतरता है. इसके अलावा अगर सीलन की भी कोई शिकायत आती है तब पर भी इसमें करंट लगने की संभावना नहीं होती है.