कैसे बनते हैं NSG और SPG कमांडो? जानिए- सैलरी से लेकर प्रमोशन तक की डिटेल्स…..

डेस्क : NSG और SPG कमांडो के बारे में जानने को लेकर लोगों के मन में उत्सुकता रहती है। NSG देश के प्रधान मंत्री के साथ सुरक्षा में साए की तहत तैनात रहते हैं। वहीं SPG कमांडो काउंटर टेररिज्म और जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा वाले शख्सियतों को सुरक्षा प्रदान करता है। सुरक्षा एजेंसी के ये दो यूनिट सैलरी के मामले में बड़े बड़े अधिकारियों को टक्कर देते हैं। आइए आज इनकी सैलरी पर चर्चा करें। जानेंगे कि इन्हे कितनी सैलरी मिलती है।

कैसे बनते हैं NSG और SPG कमांडो

एसपीजी में सेना, अर्धसैनिक और राज्य पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर जवानों और अधिकारियों की भर्ती की जाती है। इसलिए एसपीजी में उनकी रैंक भी मूल विभाग/कैडर के अनुसार ही होती है। जिसके चलते उन्हें अलग-अलग वेतनमान के आधार पर वेतन मिलता है। इसके अलावा कई तरह के भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं।

कितनी बनती है सैलरी

यदि पैरामिलिट्री या राज्य पुलिस से इंस्पेक्टर रैंक का कोई व्यक्ति एसपीजी में शामिल होता है, तो यहां उसे सुरक्षा अधिकारी I रैंक मिलता है। जिनका वेतनमान ग्रेड पे- 4600 रुपये और 4800 रुपये, पे बैंड- 9300 रुपये है। वहीं, अगर मूल विभाग में सब-इंस्पेक्टर का पद है, तो उन्हें एसपीजी में सुरक्षा अधिकारी द्वितीय का पद मिलता है। जिनका वेतनमान ग्रेड पे- 4200, पे बैंड- 9300-34800 रुपये है।

एसपीजी की तरह, एनएसजी में भी कमांडो और अधिकारियों को सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर भर्ती किया जाता है। एक निश्चित अवधि तक एनएसजी में सेवा देने के बाद उन्हें उनके मूल कैडर और विभाग में वापस भेज दिया जाता है। उन्हें उनके मूल कैडर/विभाग के रैंक के अनुसार वेतन भी दिया जाता है।