डेस्क : बढ़ती महंगाई के बीच राहत की खबर है। तेल-तिलहन बाजार में गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल, इस हप्ते के प्रथम दिन सरसों तेल की कीमतों में नरमी रही। इसकी वजह ग्लोबल मार्केट में गिरावट आने को बताया जा रहा है। बतादें कि एक्सचेंज में 2.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
सरसों तेल के कीमतों में आई गिरावट : आपके जानकारी के लिए बता दें कि मंडियों में सरसों की अवाक में बढ़ोतरी होने से सरसों तेल की कीमतों में कमी आई है। मालूम हो कि बीते शनिवार को मंडियों सरसों की 6 लाख बोरी दर्ज की गई थी, इसमें सोमवार को 1 लाख बोरी यानी कुल 7 लाख बोरी की बढ़ोतरी देखी गयी। वहीं, शिकागो एक्सचेंज में 3 फीसदी की गिरावट आई है। साथ ही विदेशी बाजारों में गिरावट के कारण सरसों, पामोलिन और तेल की कीमतों में भी गिरावट देखी गयी।
उत्पादन बढ़ाने पर फोकस : सूत्रों ने बताया कि घरेलू स्तर पर तिलहन का उत्पादन बढ़ाकर ही विदेशी बाजारों पर निर्भरता कम की जा सकती है। अगर सरकार इस दिशा में सकारात्मक निर्णय खेती है तो 1.5 लाख करोड़ रुपये तक की विदेशी मुद्रा की बजत हो सकेगी है।
आज तेल के भाव कुछ इस प्रकार है
- सरसों तिलहन – प्रति क्विंटल 7,640-7,690 रुपये
- मूंगफली – प्रति क्विंटल 6,960 – 7,095 रुपये
- मूंगफली तेल मिल डिलिवरी – प्रति क्विंटल 16,000 रुपये
- मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल – प्रति क्विंटल 2,655 – 2,845 रुपये
- सरसों तेल दादरी- प्रति क्विंटल 15,300 रुपये
- सरसों पक्की घानी- प्रति क्विंटल 2,405-2,485 रुपये
- सरसों कच्ची घानी- प्रति क्विंटल 2,440-2,555 रुपये
- तिल तेल मिल डिलिवरी – प्रति क्विंटल 17,000-18,500 रुपये
- सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी – प्रति क्विंटल 17,050 रुपये
- पामोलिन एक्स- कांडला- प्रति क्विंटल 15,100 रुपये
- सोयाबीन दाना – प्रति क्विंटल 7,600-7,650 रुपये
- सोयाबीन लूज- प्रति क्विंटल 7,300-7,400 रुपये
- मक्का खल – प्रति क्विंटल 4,000 रुपये