महंगाई की मार : 1 अप्रैल से बुखार-खांसी सहित 875 जरूरी दवाएं हो जाएंगी महंगी, जानिए कितने बढ़ेंगे दाम..

डेस्क : देश में बढ़ रही महंगाई के बीच एक बार फिर से आम लोगों पर बड़ा महंगाई का बड़ा स्ट्रोक होने वाला है। आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल और खाद आपूर्ति के दाम बढ़ने के बाद अब दवाई के दाम में बढ़ोतरी होने वाली है। आपको बता दें कि 1 अप्रैल से कई आवश्यक दवाओं की कीमतें बढ़ने जा रही हैं।

आवश्यक दवाएं जैसे, दर्द निवारक, एंटी-इनफेक्टिव, कार्डियक और एंटीबायोटिक्स आदि 1 अप्रैल से महंगी हो जाएंगी। क्योंकि सरकार ने दवा कंपनियों को वार्षिक थोक मूल्य सूचकांक (WPI) में बदलाव के अनुरूप वृद्धि की अनुमति दे दी है। नेशनल फार्मा प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने 800 से अधिक जरूरी दवाओं की कीमतों में करीब 11 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया। बता दे की जिन दवाओं के दाम बढाए गए हैं, उन्हें आवश्यक दवाइयों की श्रेणी में गिना जाता है और ये नेशनल एसेंशियल लिस्ट ऑफ मेडिसिन (NLEM) में आती हैं।

ये दवाएं हैं- एंटीबायोटिक्स, सर्दी-खांसी की दवाएं, एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स, कान-नाक और गले की दवाएं, एंटीसेप्टिक्स, पेन किलर, गैस की दवाएं और एंटीफंगल दवाएं। करीब 800 से ज्यादा दवाएं हैं दो महंगी होंगी। इन दवाओं के दाम अब 1 अप्रैल से 10.76 फीसदी तक बढ़ जाएंगे। बुखार के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली पैरासिटामोल फिर से महंगी होगी। वही, दवाओं की कीमतों के बढ़ने के पीछे थोक महंगाई को मुख्य वजह बताया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, थोक महंगाई पर आधारित होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) में 2021 में एक साल पहले की तुलना में 10.76 फीसदी का बदलाव आया है। यह जानकारी पाठकों की डिमांड पर तैयार करके दी जा रही इसका किसी व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नहीं है।