डेस्क : 2022 के प्रावधानों के कारण 1 अप्रैल से उपभोक्ताओं पर महंगाई का बोझ और भी बढ़ने वाला है। कल से मोबाईल, टीवी, एसी सब मंहगा हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल फ़रवरी के महीने में पेश बजट में कई सारी चीज़ों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था। वहीं कुछ पर कटौती की गई थी। नया शुल्क 1 अप्रैल से लागू होने जा रहा है।
ऐसे में जिन कच्चे माल उत्पाद पर शुल्क लागू किया जा रहा है, उनसे जुड़े उत्पादों में के दाम में इज़ाफा होना तय माना जा रहा है। 1 अप्रैल से एल्यूमीनियम के अयस्क और कांस्ट्रेट पर सरकार 30 फ़ीसद आयात शुल्क लगा दिया हहै इसका इस्तेमाल टीवी, फ्रिज एसी के हार्डवेयर में किया जाता है। कच्चे माल की सप्लाई महंगी होने पर कंपनियों के उत्पादन लागत में भी इज़ाफा होगा। जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर होगा। इसके अलावा कॉम्प्रेसर में इस्तेमाल होने वाले पार्ट्स पर भी शुल्क बढ़ा दिए जायेंगे जिससे रेफ्रिजरेटर मंहगा हो जायेगा।
एलईडी बल्ब में इस्तेमाल होने वाली मूल सीमा शुल्क के साथ 6 फ़ीसद प्रतिपूर्ति शुल्क वसूलने की बात की है। साथ ही चांदी के ऊपर भी सरकार ने आयात शुल्क में बदलाव किया है। इसके अलावा स्टील पर भी महंगाई की मार पड़ेगी।वहीं मोबाईल फोन में उपयोग होने वाले प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर भी सीमा शुल्क बढ़ा दिया गया है। मतलब बाहर से इन उत्पादों का आयात मंहगा होने वाला है। अमरीकी फर्म Grant Thornton के मुताबिक़, सरकार द्वारा लिए गए इस फ़ैसले का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा और मोबाईल भी महंगे होंगे।जो भी टेलीकॉम कंपनियां अपने ग्राहकों को फ्री अनलिमिटेड डाटा और कॉलिंग सुविधा दे ररही है लेकिन 31 मार्च से यह सब खत्म हो जायेगा।
ग्राहकों के मोबाईल चलाने का भी खर्चा बढ़ जायेगा।वायरलेस इयरबड में इस्तेमाल होने वाले कुछ उपकरणों पर भी सरकार ने आयात शुल्क बढ़ा बू दिया है। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इयरबड उत्पादों पर भी महंगाई छा जाएगी। साथ ही प्रीमियम हेडफोन के आयात पर भी शुल्क बढ़ाए जाएंगे।आपको बता दें कि बजट में स्मार्टफोन से जुड़े कुछ उत्पादों पर शुल्क कम भी किया गया जिनमें मोबाईल चार्जर, ट्रांसफार्मर, कैमरा लेंस मॉड्यूल आदि शमिल है। स्मार्ट वॉच और फिटनेस बैंड पर भी शुल्क घटाया है। अप्रैल से ये उत्पाद थोड़े सस्ते हो सकते हैं।