Bihar में मौजूद है दूसरा शानदार Taj Mahal, क्या आप जानते हैं इसके बारे में…

शाहजहां (Shah Jahan) के द्वारा बनवाया गया आगरा में ताजमहल (Taj Mahal) तो काफी ज्यादा प्रसिद्ध है, देश-विदेश से लोग आगरा में उस ताजमहल को देखने जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बिहार (Bihar) में भी एक ताजमहल है। सुनकर अजीब लगा होगा लेकिन आपको बता दें बिहार के रोहतास (Rohtas) में दूसरा ताजमहल है. आइए आपको बिहार के इस ताजमहल के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें बताते हैं।

बिहार में स्थित है शेरशाह सूरी का मकबरा

दरअसल रोहतास (Rohtas) में शेरशाह सूरी (Sher Shah Suri) का मकबरा है यह एक ऐतिहासिक धरोहर है। इस मकबरे को बनवाने के कारण की वजह से इसे दूसरा ताजमहल कहा जाता है। क्योंकि जिस प्रकार शाहजहां (Shah Jahan) ने अपनी बेगम मुमताज (Begum mumtaj) के गम में आगरा (Agra Taj Mahal) में ताजमहल बनवाया था। उसी प्रकार शेरशाह सूरी के निधन के बाद उनके बेटे इस्लाम शाह (Islam Shah)ने अपने शासनकाल में इस मकबरे को बनवाया है। यह ऐतिहासिक धरोहर शाही भव्यता का प्रतीक है।

मकबरे में दिखता है वास्तुकला का सुंदर प्रदर्शन

शेरशाह सूरी (Sher Shah Suri) के निधन के बाद इस मकबरे को उनकी याद में बनवाया गया। इस मकबरे का स्ट्रक्चर काफी आकर्षित है, यह मकबरा किसी महल से कम नहीं दिखता है मानो यह शेरशाह सूरी (Sher Shah Suri) का महल ही हो।

इस मकबरे के गुंबद लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं दीवारों पर कुरेद के प्राचीन कलाकृति बनाई गई है, जो भारतीय शिल्प कला को दर्शाते हैं। यह मकबरा काफी बड़ा है और मकबरे के अंदर शेरशाह सूरी की समाधि बनाई गई है जहां उन्हें दफन किया गया।

मकबरे के आसपास बाग बगीचे हैं जहां एक सुंदर तालाब है। यह देखने लायक बनता है कि प्राचीन काल के कारीगरों ने कितना ज्यादा आकर्षित मकबरा बनाकर तैयार किया जबकि उस समय मशीनरी साधन भी नहीं थे। हाथ से ही इस पूरे मकबरे को बनाया गया था इसमें कोई भी इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया गया, इस मकबरे में लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है,जो इसे मजबूती प्रदान करता है।

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