न्यूज डेस्क : संविधान में शादी के न्यूनतम आयु के आधे से भी कम आयु की लड़की की शादी की बात सामने आई । जी हां आज हम आप लोगों को एक ऐसी घटना से परिचित करवाएंगे जो हमारे समाज के लिए कलंक ही नहीं बल्कि शर्मसार करने बाला भी है। मुद्दा हमारे संस्कारों से जुड़ा हुआ है। वर्तमान समय में संस्कारों का इस तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है। जो आने वाले भविष्य के लिए बेहद निंदनीय है।
घटना बिहार के खगड़िया जिले से आश्चर्यचकित कर देने वाली खबर सामने आ रही है। यह खबर सुनने के बाद जहां, आपको पता चलेगा कि हम किस समाज में रहते हैं। और हमारा समाज का वर्ग का हिस्सा बनता जा रहा है। जिले में जहां एक 7 वर्षीय दूधमुही बच्ची को 45 साल के अधेड़ व्यक्ति के साथ जबरन शादी करा दिया जाता है। और समाज मुकदर्शक बन कर देखते रह गए।
आखिर क्या है पूरा मामला ? जहां लड़की के परिजनों ने चंद पैसों के लोभ मे आकर कटिहार जिले के रहने वाले एक 45 वर्षीय अधेड़ से जबरन शादी करवा दिया गया। शादी के दौरान बच्ची रोती बिलखती रही लेकिन परिजनों ने उनकी एक न सुनी। जब इस घटना की सूचना उनके चाचा को मिली तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना सहायक थाना भरतखंड को दिया। पुलिस की सूचना मिलते ही लड़की परिजन मौके पर से फरार हो गए।
लड़की के चाचा ने बताया शिवरात्रि के दिन लड़की को किसी तरह बहला फुसलाकर ठाकुरबाड़ी स्थित मंदिर ले गया। जहां उसी रात तकरीबन 12:00 बजे उस लड़के के साथ जबरन शादी करवा दिया। आगे लड़की के चाचा ने बताया यह कदम हमने समाज में हो रहे अत्याचार के खिलाफ उठाए। ताकि इस तरह के कोई भी दूसरा घटना समाज में ना हो। हमने यह नहीं देखा की यह मेरी भतीजी है। मैंने भारत के संविधान को हित में रखते हुए यह कदम उठाया। हम पुलिस प्रशासन से यही मांग करते हैं कि लड़की को ही रिहा किया जाए। और आरोपी माता पिता पर सख्त करवाई किया जाए।