डेस्क : प्रिंस कुमार : बिहार सहित पूरे देश भर में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ने लगी है। बिहार में पिछले 24 घंटे में मरीजों की संख्या में दुगनी वृद्धि हुई है। कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ते हुए देख लोगों के मन में खौफ बढ़ता जा रहा है कि कहीं फिर से पिछले साल वाली स्थिति ना आ जाये और पूरे देश मे लॉकडाउन ना लगाना पड़ जाए। हालांकि कोरोना के बढ़ते हुए मरीजों की संख्या को देख कर राज्य सरकार ने भी सख्ती बढ़ाने का फैसला किया है।
बिहार में मरीजों कि संख्या में वृद्धि- राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 49 नए मरीज मिले हैं। इनमें से 15 मरीज अकेले पटना में तो वहीं बेगूसराय में 5 मरीज मिले हैं। इसके अलावा गया औऱ भागलपुर से भी 5-5 मरीज मिले हैं। राज्य में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 346 पहुँच गई है। बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सरकार ने कोरोना टेस्ट की संख्या को भी एक बार फिर से बढ़ाना चालू कर दिया है। मंगलवार को राज्य में तकरीबन 40592 लोगों की कोरोना जांच हुई है। गौरतलब है कि अगस्त महीने के आसपास राज्य में प्रतिदिन 1 लाख से भी ज्यादा टेस्ट होते थे लेकिन कोरोना के मरीजों की संख्या घटने के बाद टेस्टिंग कि संख्या को भी कम कर दिया गया था।
राज्य सरकार ने दिए सख्ती के आदेश- कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने भी कमर कस लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों के आसपास बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच के लिए कैंप लगाना शुरू कर दिया है। सभी जिलाधिकारियों को फिर से आइसोलेशन सेंटर बनाने का निर्देश दिया गया है। बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए राज्य में होली मिलन समारोह पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है उनके घर के बाहर स्टीकर भी लगाया जाएगा। इसके अलावा राज्य में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी अब सख्ती बरती जाएगी।