Dilkhush Kumar : कभी अनपढ़ समझ किसी ने नहीं दी नौकरी- उसी लड़के ने खड़ी कर दी टैक्सी कंपनी…

Rodbez Founder Dilkhush Kumar: बिहार में आज यात्रा के लिए कैब की सुविधा सबसे कम कीमत पर मिल रही है। इसकी शुरुआत सहरसा के रहने वाले दिलखुश कुमार (Dilkhush Kumar) ने किया है। कभी गार्ड की नौकरी तक नहीं मिली थी।

आज एक कैब कंपनी चलाने वाले दिलखुश ने एग्जांपल सेट कर दिया है। दिलखुश ने अपने टैक्सी कंपनी को इस तरह डिजाइन किया है, जिससे लोग आधी कीमत पर कहीं भी आ जा सके। यह एक क्रांतिकारी कदम बताया जा रहा है।आइए दिलखुश कुमार की पूरी कहानी जानते हैं।

दिलखुश कुमार टैक्सी इंडस्ट्री में वन-वे किराया का माहौल बनाया है। यदि आप कैब बुक करते हैं तो आपके बिल पर आने-जाने दोनों साइड का किराए जोड़ दिया जाता है, लेकिन दिलखुश के कैब कंपनी की गाड़ियों से सफर करने पर आपको सिर्फ एक तरफ का किराया देना होगा। इस कंपनी का नाम रोडवेज (Rodbez) है। इसके कांसेप्ट इतने अच्छे हैं कि 1 साल में ही 2 लाख से अधिक लोग इस कंपनी के साथ जुड़ गए हैं।

सब्जी बेचने वाला बना कंपनी का मालिक

दिलखुश की कहानी बेहद प्रेरणादायक है। एक समय था जब दिलखुश पटना के गर्दनीबाग में सड़क किनारे बैठकर सब्जी बेचा करते थे। वहीं, एप्पल के लोगों को नहीं पहचानने के कारण गार्ड की नौकरी नहीं मिली। सड़कों पर ई-रिक्शा चलाना पड़ा।

पिता बस ड्राइवर थे, लेकिन समय बदला और ड्राइवर का बेटा दिलखुश कुमार एसी रूम में बैठकर लोगों को सस्ती और सस्ती टैक्सी सेवा उपलब्ध करा रहा है। यह गर्व से कहा जा सकता है कि ऐसा करने वाले वह बिहार के पहले व्यक्ति हैं। इतना ही नहीं आज उनकी कंपनी में आईआईटी और आईआईएम पास लोग काम करते हैं।

वन वे सेवा क्या है?

रोडबेज़ बिहार की सबसे बड़ी और पहली वन-वे टैक्सी, टैक्सी पूल और कारपूल कंपनी है। एक तरफ की यात्रा के लिए दोनों तरफ या वापसी का किराया देने की जरूरत नहीं है। कार पूलिंग, टैक्सी पूल और वन-वे राइड के जरिए लोग एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं.

और वह भी सिर्फ एक तरफ का किराया देकर। इसके अलावा अगर उनकी सर्विस के कारण ग्राहक की फ्लाइट और ट्रेन छूट जाती है तो वे अगली फ्लाइट के लिए टिकट भी बनवाते हैं। उनकी सुविधाएं छोटे शहरों की ट्रैवल कंपनियों की तुलना में 60 प्रतिशत सस्ती हैं।