Chirag Paswan

‘मैं जहर खा लूंगा लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करूंगा…’, चिराग ने NDA में शामिल होने के लिए रामविलास पासवान को कैसे मनाया?

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Chirag Paswan : लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान को राजनीति का मौसम विज्ञानी माना जाता है।समय और सत्ता के साथ कैसे वे चिपके रहे कि 6 प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का सौभाग प्राप्त हुआ ।चिराग पासवान ने खुलासा किया है कि बीजेपी में नहीं जाने कि जिद को कैसे शामिल कराया गया और आज लोजपा सत्ता में है या यूं कहें तो हमेशा सत्ता में रहती है। चिराग पासवान ने कहा कि हमारा यूपीए के साथ अच्छा गठबंधन चल रहा था लेकिन मैंने ही बीजेपी से गठबंधन की बात अपने पिता को कही थी।

चिराग पासवान ने ही रामविलास पासवान को NDA में शामिल होने के लिए मनाया था।

केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया है। उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान बताया कि किस तरह से उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान को 2014 में फिर से भाजपा के साथ आने के लिए मनाया था। चिराग पासवान ने कहा कि जब मैंने पहली बार 2014 में पापा को बीजेपी के साथ गठबंधन में आने के लिए कहा तो उनका बहुत ही गुस्सा भरा रिएक्शन था।

चिराग ने डिजिटल प्लेटफाॅर्म जिस्ट से बात करते हुए बताया, “जब मैंने पहली बार बीजेपी के साथ गठबंधन करने की बात कही, तो पापा ने कहा कि मैं जहर खा लूंगा लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा।”

चिराग ने आगे कहा कि इसके बाद मैं महीनों तक चुप रहा लेकिन घर का बड़ा बेटा होने के नाते मैं समय-समय पर उनसे बात करता रहा। इसके बाद परिस्थितियां ऐसी खुद ही बन गई कि हम भाजपा के साथ आ गए।

राहुल गांधी से 3 महीने तक मिलने की कोशिश करते रहे चिराग पासवान।

चिराग पासवान ने कहा कि हमारा यूपीए के साथ अच्छा गठबंधन चल रहा था लेकिन मैंने ही बीजेपी से गठबंधन की बात अपने पिता को कही थी। चिराग ने राहुल गांधी से भी जुड़ा एक वाक्या बताया। उन्होंने कहा कि पापा नेता राहुल गांधी से करीब 3 महीने तक मिलने की कोशिश करते रहे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। चिराग पासवान के अनुसार सोनिया गांधी से रामविलास पासवान ने मुलाकात की थी। सोनिया ने ही पासवान को राहुल गांधी से मिलने के लिए कहा था।

NDA का हिस्सा लेकिन नीतीश कुमार से बैर…

बता दें कि रामविलास पासवान पहले भी बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुके हैं। 2002 तक रामविलास पासवान एनडीए में ही थे। हालांकि गुजरात दंगों के बाद उन्होंने गठबंधन छोड़ दिया था, लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी की कार्यकारिणी ने पीएम का चेहरा घोषित किया और उसके बाद रामविलास पासवान भी एनडीए में वापस आ गए।

छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं पासवान

रामविलास पासवान 11 चुनाव लड़ चुके और 9 चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की थी। रामविलास पासवान छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का रिकॉर्ड दर्ज करा चुके हैं। रामविलास पासवान, वीपी सिंह, एचडी देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल अटल बिहारी वाजपेई, मनमोहन सिंह और पीएम मोदी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

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