Gopal Khemka Murder Case : पटना के बड़े व्यवसायी गोपाल खेमका मर्डर जमीन विवाद को लेकर हुई थी जिसकी प्लानिंग डेढ़ माह पहले बनी थी और 4 लाख में शूटर को सौदा किया गया था। सूबे के डीजीपी विनय कुमार ने मामले का खुलासा किया है. पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर डीजीपी ने घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया. गोपाल खेमका की हत्या मामले में गिरफ्तार अशोक साव के घर से जमीन के बड़ी मात्रा में कागजात मिले हैं. पुलिस पड़ताल कर रही है, जांच में पता चल रहा है कि जमीन से संबंधित विवाद सामने आ रहा है. हत्या कांड जमीन विवाद के इर्द-गिर्द घूम रही है.

डीजीपी ने बताया कि इनके पुत्र गुंजन खेमका की हत्या भी जमीन विवाद में ही हुई थी. इनकी हत्या में शामिल मुख्य शूटर की भी हत्या हो चुकी है. 2018 में हमलोगों ने इनके परिवार की सुरक्षा के लिए 2024 तक अंगरक्षक मुहैया कराया था. इसके बाद भी अंगरक्षक मुहैया कराने की सिफारिश की गई ती, लेकिन इन्होंने वापस कर दिया था. गोपाल खेमका हत्याकांड का खुलासा करते हुए डीजीपी ने कहा कि सुपारी देने वाला और शूटर दोनों हमारे कब्जे में है.

डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि घटनास्थल से जो सूत्र प्राप्त हुए थे, कैमरे से जो तस्वीर आई थी, शूटर था जो हुलिया मिला था, इन सभी के आधार पर पूरे शहर के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए. साक्ष्य संग्रह किया गया, मोटरसाइकिल की पहचान की गई. उसके धारक की पहचान की गई. इसके बाद बाईक मालिक की गिरफ्तारी की गई. बाइक मालिक से पूछताछ के बाद पुलिस की जांच आगे बढ़ी.
पटना एसएसपी ने बताया कि उमेश यादव से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना में संलिप्तता स्वीकार की. पूछताछ की गई तो उन्होंने हथियार के बारे में बताया, इसके बाद पुलिस को घटना में प्रतिनियुक्त हथियार बरामद किया गया. इसने पूछताछ में अशोक साह का नाम लिया.

बताया कि 4 लाख में सौदा हुआ था. अशोक साह ने पचास हजार रू पहले दिए थे. उमेश यादव ने राजा से बात की, उससे हथियार लिया. अशोक साव से गोपाल खेमका के बारे में जानकारी ली गई। पुलिस की तरफ से बताया गया कि घटना के बाद 5 जुलाई को सुबह आठ बजे बाकी पैसा अशोक याव द्वारा जेपी गंगा पथ पर शूटर को दिया गया.
गोपाल खेमका मर्डर केस में पुलिस ने एक अपराधी विकास को एनकाउंटर में मार गिराया है. वहीं उमेश यादव जिसे शूटर बताया जा रहा है,उसे भी गिरफ्तार किया है. गोपाल खेमका मर्डर केस में एक कारोबारी अशोक साह को भी अरेस्ट किया गया है. बेउर जेल में बंद गैंगस्टर अजय वर्मा पर हत्या कराने का आरोप है.
डेढ माह पहले बनी थी प्लानिंग

पुलिस की पूछताछ में उमेश यादव ने गोपाल खेमका की हत्या की बात स्वीकार की है. इसकी निशानदेही पर 7.62 एमएम का 56 राउंड जिंदा कारतूस, एक 9 एमएम पिस्टल, दो मैगजीन एवं 14 गोली बरामद किया गया है. अशोक साव ने ही हत्या की सुपारी दी थी. अशोक साव से उमेश यादव की मुलाकात बिहार शरीफ में डेढ़ साल पहले एक शादी समारोह में हुई थी. इसके बाद से ही उमेश अशोक साहव के लिए छोटा-मोटा काम कर रहा था. पटना पुलिस ने बताया है कि डेढ़ महीने पहले अशोक साव के द्वारा गोपाल खेमका की हत्या का षड्यंत्र रचा गया.
अशोक साव ने गोपाल खेमका की हत्या के लिए शूटर एवं हथियार की व्यवस्था के लिए बोला था. साथ ही अशोक साव ने दो मोबाइल खरीदा था. जिसमें एक अपने पास रखा और एक उमेश यादव को दिया और कहा कि हम लोग इसी से बात करेंगे. इन्हीं के इलाके के विकास उर्फ राजा जिसपर हत्या डकैती आर्म्स एक्ट के कुल 9 केस दर्ज हैं से हत्या के लिए संपर्क किया गया. शूटर विकास उर्फ राजा ने इसके लिए चार लाख की सुपारी मांगी. इसके बाद उमेश यादव के मन में विचार आया कि क्यों ना यह मर्डर स्वयं करके सुपारी की सारी राशि खुद रख ले.

इसी क्रम में अशोक साव ने 9 एमएम का हथियार दो मैगजीन 18 गोली मुहैया कराया. साथ ही गोपाल खेमका का फोटो एवं गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी उपलब्ध कराया गया . गोपाल खेमका प्रतिदिन संध्या 8:00 बजे बांकीपुर क्लब जाते थे और रात 11:30 बजे खुद गाड़ी चला कर घर वापस आते थे. क्लब से निकलते समय अपने मित्र सुदेश सरीन को बाकरगंज मोड पर उतरकर घर जाते थे.
4 जुलाई की रात 11:30 बजे बांकीपुर क्लब पहुंचे तो गोपाल खेमका की गाड़ी लगी थी. इसके बाद यह उमेश यादव इनके आवास की ओर आगे बढ़ गया और गोपाल खेमका के आने का इंतजार करने लगा. कुछ समय बाद गोपाल खेमका कार चलाते अपार्टमेंट के गेट पर रुके तो इसके द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई . इसके बाद अपने मोटरसाइकिल से जमाल रोड होते हुए बाईपास थाना के सामने माल सलामी देवी स्थान होते हुए घर चला गया. साथ ही हथियार को अपने ऊपर वाले कमरे में छुपा दिया.

उमेश यादव की निशानदेही पर उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 की तलाशी ली गई. जहां से 650000 बरामद हुआ है. साथ ही एक पिस्टल 17 जिंदा कारतूस जमीन का ढेर सारा कागजात, मोबाइल एवं अन्य सामान बरामद किया गया है. साथ ही अशोक साह को गिरफ्तार किया गया है. इसने बताया है की जमीन एवं बांकीपुर क्लब का विवाद होने के कारण गोपाल खेमका की हत्या करवाई गई.