बिहार की होनहार बेटी – लगातार 50 बार फैल हुई नहीं मानी हार..फिर Google ने दी 1.10 करोड की नौकरी

डेस्क : कहते है ना कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती। लोग सालो पढ़ते है ताकि उन्हे एक अच्छी जॉब, अच्छी लाइफ स्टाइल, ओर एक अच्छा जीवन साथी मिल सकें। इसलिए वो अपनी इसी सोच के लिए दिन रात कोशिश करते है। आज हम आपको जों स्टोरी बताने वाले हैं

वह भी कुछ इसी तरह की आख़िर कैसे एक बिहार की बेटी ने लगातार हार के बाद जीत का स्वाद चखा। हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से आपको कोशिशों से भरपूर एक ऐसी स्टोरी बताएगे जिससे आपके अंदर फ़िर से कुछ कर गुजरने की सोच उत्पन्न होगी। दरअसल, यह एक मोटिवेशनल कहानी है, बिहार की 24 साल की बेटी संप्रीती यादव की, जो लगातार 50 बार तक इंटरव्यू में फेल हो गई थी और उसके पास नौकरी भी नहीं थी,

लेकिन उसने कभी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से जो काम किया है वह वाकई काबिले तारीफ है। अगर आप भी जीवन में सफल होना चाहते हैं तो मेहनत करना न छोड़ें आपकी मेहनत रंग ज़रूर लाएगी। ज्यादातर लोग एक या दो प्रयासों के बाद हार मान लेते हैं, हालांकि इतनी सारी असफलताओं के बाद भी संप्रीति ने हार नहीं मानी। आज उनके पास चार कंपनियों के ऑफर हैं और इतना ही नहीं गूगल ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज भी ऑफर किया है। जिसे संप्रीति ने अब स्वीकार भी किया है।

संप्रीति की इस सफलता से उनके घर में खुशी की लहर है और उनके परिवार वाले काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। संप्रीति के लिए भी यह सफर इतना आसान नहीं था, जी हां आपको बता दें कि संप्रीत यादव 14 फरवरी से गूगल में काम करना शुरू भी कर ददू है। उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की डिग्री हासिल की है। आपको बता दें कि संप्रीति के लिए गूगल में नौकरी पाना इतना आसान नहीं था। इसके लिए उन्होंने 9 राउंड की परीक्षा पास की है। गूगल ने संप्रीति का 9 राउंड तक इंटरव्यू लिया।

इन सभी राउंड में संप्रीति ने सवालों के सही जवाब दिए। इसके बाद ही संप्रीति को गूगल की ओर से इतने बड़े पैकेज के साथ नौकरी का ऑफर मिला। संप्रति आगे बताती हैं कि, “अगर आप कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें। इसके बाद उसी लक्ष्य के अनुसार अपनी तैयारी करें, सफलता ज़रूर मिलेगी। संप्रीति का बचपन से ही सपना था कि उन्हें गूगल के लंदन ऑफिस में काम करने का मौका मिले आख़िर अब सपना पूरा हों ही गया” आत्मविश्वास बहुत बड़ी चीज है, इससे दुनिया की सबसे बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। जो खुद पर विश्वास करता है उसके लिए सब कुछ संभव है। तो अगर आपको की ऐसा हि कुछ करना है तो आप संप्रिती की इस कहानी से कुछ सीख ज़रूर सक्ते है।