बिहार के जमुई में मिला Gold का अकूत भंडार – करीब 22 से 28 करोड़ टन सोना होने का अनुमान..

डेस्क : बिहार का जमुई जिला अपने खनिज संपदा को लेकर फिर से एक बार सुर्खियों में है। इस जिले जमीन के अंदर कोयला मिला है। सोना, लोहा और अब कोयला मिलना बिहार की स्थिति बदलने की उम्मीद बढ़ा दी है। जिले के सिकंदरा प्रखंड के मंजोष में सर्वेक्षण का काम चल रहा है।

लोह अयस्क के संरक्षण में सोनो प्रखंड के करमटिया में भारत का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार मिला है। इस बात की जानकारी खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में दी। इसके बाद अब भट्ठा गांव में कोयला मिलने की बात सामने आई है। ये खबर फैलते ही लोगों में खुशी दौड़ गई। कोयला पाए जाने से लाखों स्थानियों लोगों को रोजगार मिल सकता है।

हैंडपंप के लिए बोरिंग के दौरान पाया गया कोयला : बरहट प्रखंड के भट्टा गांव में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पिछले दिनों पीएचईडी विभाग द्वारा हैंडपंप के लिए बोरिंग की जा रही थी। इस दौरान पाइप जमीन के 50 फीट अंदर जाने पर काला पानी और कोयला मिलने लगा। ग्रामीणों के मुताबिक जमीन के अंदर सिर्फ कोयला है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले 1985 में भी बोरिंग के दौरान इसी तरह का कोयला मिला था।

स्थानीय विधायक ने लिखा पत्र : विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि जमुई की जमीन खनिज संपदा से भरपूर है. इसे साबित करने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी पुष्टि पूर्व में भारी मात्रा में सोने और लौह अयस्क की उपलब्धता से होती है। पिछले सप्ताह बरहट प्रखंड के पाड़ो पंचायत के भट्ठा गांव में एक हैंडपंप के बोरवेल के दौरान निकलने वाला काला पदार्थ जिसे स्थानीय ग्रामीणों द्वारा जलाने पर कोयले की तरह जलने की सूचना मिली है। यह हम सभी के लिए खुशी की बात होगी यदि कोयले के लिए व्यावसायिक रूप से खनन योग्य कोयले के भंडार यहां से निकल आते हैं।