सौगात! CM नीतीश ने पूर्णिया में एथॉनल प्लांट का किया उद्घाटन, लाखों किसानों को होगा फायदा..

न्यूज़ डेस्क: बिहार वासियों के लिए खुशखबरी है। राज्य के बहुप्रतीक्षित पहले एथेनॉल प्लांट की शुरुआत की हुई है। सीएम नीतीश कुमार द्वारा इस ग्रीनफील्ड ग्रेन बेस्ड एथेनॉल प्लांट का उद्धघाटन किया गया। इस प्लांट को 105 करोड़ की लागत से ईस्टर्न इंडिया बायोफ्यूल्स प्रा. लि. (EIBPL) ने कृत्यानंद नगर के परोरा बनाया है।

एथेनॉल प्लांट प्लांट के शुरू होने से लगभग 10 जिले किसानों को काफी लाभ मिलेगा। वहीं रोजगार भी सृजन होगा। इस अवसर पर बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन भी उपस्थित रहे।प्रतिदिन 65 हजार लीटर उत्पादन क्षमता : यह प्लांट प्रतिदिन 65 हजार लीटर उत्पादन की क्षमता रखता है। इसके अलावा इसके साथ ही इस प्लांट से प्रतिदिन 27 टन डीडीजीएस (Distiller’s dried grains with Solubles) यानी पशु चारा बनाने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर कच्चा माल उपोत्पाद के रूप में उत्पादित किया जाएगा।

145 से 150 टन चावल या मक्के की जरूरत पड़ेगी : पूर्णिया के परोरा में स्थापित प्लांट की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रतिदिन लगभग 145 से 150 टन चावल या मक्का की आवश्यकता होगी। संयंत्र में उत्पादित इथेनॉल इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम सहित तेल विपणन कंपनियों को बेचा जाएगा। इसके लिए तेल विपणन कंपनियों के साथ 10 साल का एग्रीमेंट किया गया है।

पर्यावरण अनुकूल है एथॉनल प्लांट : अत्याधुनिक मशीनों से लैस यह प्लांट पर्यावरण के बिल्कुल अनुकूल है। प्लांट की डिजाइनिंग इस प्रकार है कि पर्यावरण अनुकूलता को ध्यान में रखते हुए जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD) सुनिश्चित किया जाएगा। बता दें कि बीते वर्ष 2021 में लाई गई बिहार एथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन पॉलिसी काफी कारगर साबित हुई। इस पॉलिसी के अंतर्गत प्रदेश में 30,382 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए, जिससे 151 एथेनॉल यूनिट्स की स्थापना किया जाएगा। लेकिन कोटा कम होने के कारण पहले चरण में फिलहाल 17 एथेनॉल इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। बता दें कि फिलहाल बिहार को सालाना 36 करोड़ लीटर एथेनॉल आपूर्ति का कोटा मिला है।