बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षक का अनूठा प्रयास, अब बच्चे पढ़ेंगे हवाई जहाज में, जानिए- कैसे लगेगी क्लास..

न्यूज़ डेस्क: स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के लिए आकर्षित करने हेतु तरह-तरह के प्रगोग किए जाते रहे हैं। बच्चें विद्यालय नियमित रूप से आए इस उद्देश्य से मिड डे मील का प्रयोग देश के सभी सरकारी स्कूलों में किया गया, ग्रामीण क्षेत्रों में यह सफल भी रहा। इसी कड़ी में बिहार के समस्तीपुर जिले के एक स्कूल से एक अनोखा प्रोयोग सामने आया है। जिसे देखने के बाद आपको भी यकीन नहीं होगा।

दरअसल समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर व पटोरी प्रखंड की सीमा पर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिवैसिगपुर ने बच्चों को पढ़ने रुचि को बढ़ाने के लिए शानदार प्रयोग किया है। इस विद्यालय ने पहले इस कई सराहनीय पहल कर चुके हैं। इस बार एक ऐसा पुस्कालय का निर्माण किया गया है, जो कि हवाई जहाज में स्थित है। विद्यालय के छत पर हवाई जहाज के आकार के बिल्कुल हूबहू उड़ान बनाया गया है, इसमे बच्चों के लिए पुस्तकालय होगी। इस पुस्तकालय में बैठे बच्चें को हवाई जहाज की अनुभूति होगी। इस हवाई जहाज रूपी पुस्तकालय में हर कुछ हवाई जहाज की तरह लगाई गई। इसमें 40 बच्चें आराम से बैठ कर किताबें पढ़ सकते हैं।

विधायक के द्वारा किया गया उद्धघाटन: कोरोना महामारी के चलते इन दिनों विद्यार्थियों के लिए विद्यालय बंद है परंतु उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिवैसिगपुर तैयार शिक्षा उड़ान का विधिवत उद्घाटन बीते सोमवार को स्थानीय विधायक राजेश कुमार सिंह के द्वारा किया गया।

शिक्षा रत्न पुरस्कार से सम्मानित हो चुका स्कूल: बतातें चले कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय, शिवसिगपुर को 2019 में राज्य स्तरीय शिक्षा रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही 2021 तक इस स्कूल के दर्जनों छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर छात्रवृत्ति परीक्षा में जीत हासिल की है।

हवाई जहाज में पुस्तकालय का कहां से मिली प्रेरणा: स्कूल के प्रधानाध्यापक मेघन साहनी कहते हैं कि वे साल 2017 में इस विद्यालय में सेवा देने आएं, इससे पूर्व मध्य विद्यालय, नंदनी में सेवारत थे। उस विद्यालयों को ट्रेन का स्वरूप दिया गया था। ‘शिक्षा एक्सप्रेस’ के तैयार होने कर बच्चों को काफी आकर्षित किया। उससे प्रेरणा मिली। अब यह प्रयोग बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने और शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए किया गया है। इस हवाई जहाज रूपी पुस्तकालय के बनाया जाने बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि देखने को मिलेगा।