Bihar Rain Alert : बिहार में एक बार फिर से मौसम करवट लेने वाला है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने ताजा पूर्वानुमान में बताया है कि राज्य के अधिकांश जिलों में 6 अप्रैल (रविवार) के बाद से बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। खास बात यह है कि रामनवमी के दिन भी कई इलाकों में बारिश-तेज हवा, मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना जताई गई है।
7 और 8 अप्रैल को जोर पकड़ सकता है मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, 7 और 8 अप्रैल को उत्तर और पूर्व बिहार के कई जिलों में मौसम का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल सकता है। जिन जिलों में अधिक असर की संभावना है उनमें सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया शामिल हैं। इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, साथ ही मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना भी जताई गई है। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
बदलते मौसम के पीछे कारण क्या है?
पटना मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के मौसम में यह बदलाव विभिन्न मौसमी प्रणालियों के सक्रिय होने की वजह से हो रहा है। खासकर, पूर्वी हवाओं के प्रभाव में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ गई है। इस नमी के कारण ही बादल बनने की प्रक्रिया तेज हुई है और इसके चलते बारिश और गरज-चमक की स्थिति बन रही है।
किसानों को अलर्ट रहने की सलाह
मौसम विभाग ने इस संभावित बारिश और ओलावृष्टि को देखते हुए किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। विभाग ने कहा है कि खुले खेतों में काम करते समय सावधानी बरतें और वज्रपात के दौरान खुले मैदान या पेड़ों के नीचे शरण न लें। साथ ही, किसान अपनी फसलों को ओलावृष्टि और तेज हवाओं से बचाने के लिए समय रहते उचित उपाय करें।