रविवार को नगर निगम के सभा कक्ष में महापौर पिंकी देवी, नगर आयुक्त, सिटी मैनेजर, स्वच्छता पदाधिकारी, पूर्व महापौर और नगर दुर्गा पूजा महा समिति के अध्यक्ष सामूहिक रूप से प्रेस वार्ता कर रहे थे। प्रेस वार्ता जब खत्म होने को था तब उप महापौर अनिता राय सभा कक्ष में पहुंची, इसके बाद एक कुर्सी पर वह बैठ गई और कुछ देर में प्रेस वार्ता समाप्त हो गई।
उपमहापौर अनिता राय का क्यों छलका दर्द?
इसी बीच एक पत्रकार ने उपमहापौर को कहा कि आप देर से आई है आप भी कुछ कहना चाहती हैं। इसपर अनिता राय ने कहा कि मुझे आज के प्रेस कांफ्रेंस के रूप में कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं दी गई थी। मैं जनता के बीच क्षेत्र भ्रमण पर निकलकर घूम रही थी तो नगर निगम कार्यालय परिसर में एक साथ कई गाड़ियां देख कार्यालय में पहुंची तो पता चला कि यहां पर प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रहा है। मैं यह कहना चाहती हूं कि मुझे किसी भी प्रकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी नहीं दी गई थी।
क्या देश सेवा करना गुनाह है?
नगर निगम की उपमहापौर अनिता राय ने कहा कि अगर देश सेवा करना गुनाह है तो अनिता राय वह गुनाह करती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम में विभागीय काम जहां होना चाहिए वहां नहीं होता है। और जहां नहीं होना चाहिए वहां होता है, जहां परिवार को लाभ पहुंचाना हो वहां विभागीय काम होता है। उन्होंने कहा कि चांदनी चौक का सड़क अभी तक क्यों नहीं बना? कब तक जनता इस जर्जर सड़क को झेलती रहेगी।
क्या नगर निगम में अफसरशाही चलती है?
डिप्टी मेयर अनिता राय ने कहा कि नगर निगम में जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी जाती है? उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा की नगर निगम को केवल एक दो व्यक्ति ही चलते हैं। यहां नगर आयुक्त का कोई वैल्यू नहीं है। मेयर का भी कोई वजूद नहीं है। बस उनके पति के द्वारा नगर निगम को चलाया जाता है। उनके पति जो चाहते हैं बस वही होता है।
बेगूसराय- नगर निगम की उपमहापौर अनिता राय का बड़ा आरोप। नौलखा के तरफ रोड नहीं बनाने पर क्या बोले सुनिए! #Begusarai #BiharNews pic.twitter.com/QX92n71EHF
— द बेगूसराय (@thebegusarai) October 6, 2024
ऑफिस में बैठे हैं मेयर के पति
डिप्टी मेयर अनिता राय ने कहा कि बीते दो दिन पहले वार्ड की एक जनता जब नगर निगम ऑफिस गयी तो वहां मेयर की जगह उसके पति कागजात को चेक कर रहे थे। अनिता राय ने कहा कि किस एक्ट में लिखा है कि मेयर के पति ऑफिस में बैठकर जनता की समस्या का निदान करेंगे। ऐसे में हम नारी का कोई वजूद ही नहीं है। सरकार ने नारी को लेकर इतना बढ़ावा दिया इसके बावजूद भी बेगूसराय नगर निगम का ये हाल है।