Shivani Kumari Success Story of Begusarai : कहा जाता है कि अगर जीवन में अंधेरा हुआ है, तो उजाला भी आएगा. साथ ही एक बेहतरीन पल भी लेकर आएगा. ऐसी ही कहानी बेगूसराय की एक बेटी है, जिनका बचपन और जीवन संघर्षों के बीच रहा है. बचपन में माता-पिता के गुजर जाने के बाद भी पढ़ाई नहीं छोड़ी. गरीबी और संघर्ष से जूझते हुए उनकी जिंदगी में तब मोड़ आया जब बिहार पुलिस कांस्टेबल पद पर चयनित हुईं.
हम बात कर रहे है बेगूसराय के वीरपुर प्रखंड के फुलकारी गांव की बेटी शिवानी की…जो अपने इलाकों के लड़कियों के लिए रोल मॉडल बन चुकी है. कहते हैं न अगर आप चांदी का चम्मच लिए पैदा नहीं हुए हैं तो केवल आपकी शिक्षा ही आपको जीवन में आगे बढ़ाएगी और अर्श पर पहुंचा सकती है. कुछ ऐसा ही किया फुलकारी गांव की बेटी शिवानी ने…
शिवानी जब 7वीं कक्षा में थी, उसी समय पिता बलराम ठाकुर की मौत हो गई. पिता के मौत का दर्द अभी वह भूली भी नहीं थी कि 6 माह बाद सड़क हादसे में मां मंजू देवी की भी मौत गई. सिर पर से माता-पिता का साया उठ गया. ऊपर से गरीबी का दलदल..
बता दे की 5 भाई-बहनों में तीसरी सबसे छोटी बहन शिवानी इन कठिन दौर में भी हौसला नहीं हारीं. आफत को चुनौती समझा और अपनी पढ़ाई जारी रखी. बहनों के साथ घर संभालने की जिम्मेवारी तो निभाई ही, साथ ही पूरी लगन से अपनी पढ़ाई भी जारी रखी. 12वी के बाद अपनी बड़ी बहन के मार्गदर्शन में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुट गई.
शिवानी शारीरिक परीक्षा की तैयारी के लिए रोजाना सुबह 4 बजे अकेले अपने गांव फुलकारी से वीरपुर की दौड़ लगाती थी. कड़ी मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पण से शिवानी हर चुनौतियों को पराजित कर साल 2022 में बिहार पुलिस महिला कांस्टेबल पद पर चयनित हुईं. फिलहाल, शिवानी नवादा के शाहपुर थाना में पदस्थापित हैं.