Ramkripal Singh : बिहार और झारखंड की प्रमुख कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेयरमैन रामकृपाल सिंह (Ramkripal Singh) का रविवार सुबह 28 दिसंबर को निधन हो गया. रविवार सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. इसकी जानकारी उनके बेटे सुधीर कुमार ने दी. सिंह पिछले 15 दिनों से बीमार थे और पटना के पारस अस्पताल में उनका इलाज चल रह था. 87 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली.
रामकृपाल सिंह मूल रुप से बेगूसराय जिले के रामदिरी गांव के निवासी थे.रांची के चेशायर होम रोड में उनका आवास था. उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे बिहार और झारखंड के निर्माण जगत में शोक की लहर है. बेगूसराय के लिए उनकी मौत अपूर्णीय क्षति है. उनके परिवार में उनके दो बेटे, एक बेटी, दो पोते और दो पोतियां हैं. उनका अंतिम संस्कार उनके गांव रामदिरी से ही किया जाएगा. 2 बजे से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई.
शोक की लहर
रामकृपाल सिंह की मौत पर कई नामचीन हस्तियां दुख व्यक्त कर रही हैं. उनके निधन को निर्माण विभाग के लिए अपूर्णीय क्षति बताया जा रहा है. रांची से सांसद संजय सेठ और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आर.के.
कंस्ट्रक्शन के संस्थापक रामकृपाल सिंह जी के निधन का अत्यंत दुख है. अपने व्यवसाय के साथ समाज के उत्थान और जरुरतमंद की मदद के लिए वो सदैव खड़े रहते थे. उनके निधन से समाज में एक शून्यता आई है जिसकी भारपाई मुश्किल है. ईश्वर कठिन घड़ी में उनके परिवार को साहस दें. प्रभु श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.
1973 से की थी शुरुआत
बेगूसराय के रामकृपाल सिंह ने वर्ष 1973 में कंस्ट्रक्शन फील्ड में कदम रखा था. 2003 में उन्होंने अपनी कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड बनाया. उनकी कंपनी सड़कें, रेलवे, भवन निर्माण और खनन जैसे बड़े बुनियादी ढ़ांचा परियोजनाओं का काम करती हैं. कंस्ट्रक्शन कंपनी ने कई बड़े निर्माण कार्य किए हैं जिनमे झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम,बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, हाई कोर्ट, विधानसभा, समाहरणालय भवन सहित कई प्रमुख सड़कों का निर्माण किया.
हाल ही में एसबीआई की ओर से जारी सूची में RKS Construction के देश की 10 शीर्ष कंस्ट्रक्शन कंपनियों में स्थान मिला था. इसके अलाव झारखंड बिल्डर्स एसोसिएशन ने उनकी कंपनी को ‘कॉन्ट्रैक्टर ऑफ द ईयर अवार्ड’ से नवाजा था.
