Rajendra Setu : गंगा नदी पर बने औंटा–सिमरिया सिक्सलेन सड़क पुल के चालू होने के बाद राजेंद्र सेतु पर से वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हो गया है। इससे न केवल वाहन चालकों को समय और ईंधन की बचत हो रही है, बल्कि बिहार का पहला गंगा नदी पर बना सड़क पुल राजेंद्र सेतु भी राहत की सांस ले रहा है।
नवनिर्मित पुल के खुलने के बाद अब उत्तर और दक्षिण बिहार की ओर जाने वाले वाहनों को जाम की समस्या से निजात मिल गई है। पहले जहां राजेंद्र सेतु के हाथीदह (पटना) और सिमरिया (बेगूसराय) साइड पर लंबी जाम की स्थिति रहती थी, वहीं अब यातायात सुचारू हो गया है। पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर, पटना, नालंदा और नवादा की ओर जाने वाले वाहन सीधे सिमरिया गोलंबर से होकर सिक्सलेन पुल का उपयोग कर रहे हैं। इसी तरह लखीसराय और मुंगेर की ओर जाने वाले वाहन भी राजेंद्र सेतु पर चल रहे मरम्मत कार्य और संभावित जाम से बचने के लिए नए पुल का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
मरम्मत का काम अंतिम चरण में
इधर, राजेंद्र सेतु की मरम्मत का कार्य भी तेजी से जारी है। मरम्मत कार्य कर रही एसपीएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि अब महज तीन महीने का काम शेष रह गया है। वर्तमान में हाथीदह साइड में पश्चिम तरफ 118 मीटर लंबा सोर स्पैन का भायाडक कंक्रीट किया जा रहा है। इसके अलावा सिमरिया साइड पर स्पैन नंबर 14 के समीप 122 मीटर लंबा, वहीं पूर्वी साइड पर 118 मीटर लंबा भायाडक का कार्य भी शेष है। अधिकारियों का कहना है कि इस साल के अंत तक मरम्मत पूरी कर दी जाएगी। इसके बाद पुल को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इस काम पर कुल 65 करोड़ रुपये की लागत स्वीकृत है।
फुटपाथ और रेलमार्ग भी हो रहा मजबूत
एजेंसी के अनुसार, राजेंद्र सेतु के पश्चिमी साइड के करीब 90 प्रतिशत फुटपाथ सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। साथ ही पुल के रेलमार्ग को भी मजबूत किया जा रहा है। शेष कार्य पूरे होते ही पूर्वी साइड के फुटपाथ सड़क की मरम्मत शुरू कर दी जाएगी। गौरतलब है कि राजेंद्र सेतु का मरम्मत कार्य मार्च 2023 में एसपी सिंगला एजेंसी द्वारा शुरू किया गया था।