केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह आज यानी शुक्रवार से अपनी “हिंदू स्वाभिमान यात्रा” शुरू करने जा रहे हैं. यात्रा के पहले चरण में भागलपुर, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज जिलों का दौरा करेंगे. इस यात्रा को लेकर गिरिराज सिंह ने बीजेपी ही नहीं बल्कि, जेडीयू, आरजेडी समेत हर पार्टियों-संगठनों से जुड़े हिंदुओं से अपनी यात्रा में शामिल होने की अपील की.
वही, बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह की इस यात्रा से सीमांचल क्षेत्र का सियासी पारा गर्माया हुआ है. आपको जानकर हैरानी होगी की जेडीयू और बीजेपी ने इस यात्रा पर आपत्ति जताई है, सबसे बड़ी बात सांसद पप्पू यादव ने तो गिरिराज सिंह को चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा कि अगर कोसी और सीमांचल का अमन एवं सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई, तो गिरिराज को उनकी लाश से होकर गुजरना होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरिराज सिंह की इस यात्रा से उनकी पार्टी बीजेपी ने भी किनारा कर दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा की यह उनकी निजी यात्रा है. इससे पार्टी का कोई लेना- देना नहीं है. हालांकि, पार्टी के कोई नेता-कार्यकर्ता यात्रा में शामिल होते हैं, तो कोई रोक-टोक नहीं है. बीजेपी की सहयोगी जेडीयू के कई नेताओं ने इस यात्रा का विरोध करते हुए सीमांचल में सांप्रदायिक सौहार्द खराब होने की आशंका जताई.
मालूम हो कि इस यात्रा को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह बीजेपी या जेडीयू या किसी पार्टी की यात्रा नहीं है. वह हिंदू बनकर जा रहे हैं. इसके जरिए वे हिंदुओं को जागृत करके एकजुट करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और खासकर बिहार में डेमोग्राफी चेंज हो रही है. 1951 के बाद जो स्थिति थी, उसके अनुसार सीमांचल क्षेत्र में में हिंदुओं की आबादी गिरती जा रही है.