Homeguard Recruitment Scam in Begusarai : बेगूसराय में होमगार्ड जवानों की बहाली प्रक्रिया धांधली और गड़बड़ी के आरोपों से घिर गई है। जिले में 442 रिक्त पदों पर निकली इस बहाली में अभ्यर्थियों ने चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में कई योग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर अनफिट घोषित कर दिया गया।
एक अभ्यर्थी ने तो शारीरिक परीक्षा में 15 में से 15 अंक हासिल कर EWS वर्ग में जिला स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया था। लेकिन उन्हें फ्लैट फूट का हवाला देकर बाहर कर दिया गया। इन्हीं अभ्यर्थियों ने जब सदर अस्पताल में दोबारा फिटनेस टेस्ट करवाया, तो डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह स्वस्थ और फिट घोषित किया। यानी भर्ती बोर्ड की ‘अनफिट सूची’ संदिग्ध साबित हो गई।
अंकों में हेरफेर
गड़बड़ी सिर्फ फिटनेस तक ही सीमित नहीं रही। अंकों की हेराफेरी का भी खुलासा हुआ है। उदाहरण के तौर पर अभ्यर्थी सौरभ कुमार (रोल नंबर 2110424441) का डे टू लिस्ट में 9 अंक था। लेकिन डेढ़ गुना मेधा सूची में उसका अंक बढ़ाकर 15 कर दिया गया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि इस तरह की गड़बड़ी कई उम्मीदवारों के साथ की गई।
बिना हस्ताक्षर वाली संदिग्ध सूची : सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस सूची में अभ्यर्थियों को अनफिट बताया गया, उस पर न किसी अधिकारी के हस्ताक्षर थे, न विभागीय मोहर। अब तक यह सूची आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड नहीं की गई है।
पैसों की मांग का आरोप
मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब दो अभ्यर्थियों अमरदीप कुमार और मो. तनवीर ने खुलासा किया कि अनफिट सूची जारी होने से पहले ही उन्हें मोबाइल नंबर 9031983967 से कॉल आया। कॉलर ने कहा कि फाइनल सूची में नाम दर्ज कराने के लिए 4 लाख रुपये देने होंगे।
प्रशासन की चुप्पी : अभ्यर्थियों का कहना है कि जब वे इन सब आरोपों को लेकर जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे, तो उन्हें मुलाकात का अवसर तक नहीं दिया गया। आरोप है कि प्रशासन की यह चुप्पी खुद गहरी साजिश की ओर इशारा करती है।
कोर्ट की शरण में अभ्यर्थी : पूरी बहाली प्रक्रिया पर सवाल खड़े होने के बाद अब कई अभ्यर्थी हाई कोर्ट की शरण में पहुंचे हैं। उनका कहना है कि अब केवल न्यायालय से ही निष्पक्ष जांच और न्याय की उम्मीद बची है।
बड़े सवाल
- आखिर फिट उम्मीदवारों को अनफिट क्यों घोषित किया गया?
- बिना हस्ताक्षर और मोहर वाली अनफिट सूची किसकी मिलीभगत से जारी हुई?
- चयन सूची में अंकों की हेराफेरी किसके आदेश पर की गई?
- क्या लाखों रुपये लेकर फाइनल चयन कराने का खेल खेला गया?
बेगूसराय में होमगार्ड जवानों की बहाली प्रक्रिया अब पूरी तरह सवालों के घेरे में है। अभ्यर्थियों के मुताबिक, यह केवल भ्रष्टाचार का खेल है, जिसमें प्रतिभा और परिश्रम की कोई कीमत नहीं। अब देखने वाली बात यह होगी कि अदालत और सरकार इस पूरे मामले में क्या कदम उठाती है।