सिमरिया गंगा तट पर वाराणसी की तर्ज पर होगा गंगा महाआरती का आयोजन, जानें-

Simaria Kalpvas Fair : बेगूसराय के सिमरिया गंगा घाट पर राजकीय कल्पवास मेले की शुरुआत 17 अक्टूबर से होगी. हर साल की भांति आयोजित इस कल्पवास मेले में बिहार ही नहीं बल्कि कई राज्यों के श्रद्धालु एक माह तक गंगा घाट पर पर्णकुटी बनाकर रहते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं. मिथिलांचल के लिए बेहद खास माने जाने वाले इस कल्पवास मेले का धार्मिक दृश्टिकोण से अपना ही महत्व है.

जानकारी के मुताबिक, इस बार सिमरिया में कल्पवास मेला के दौरान वाराणसी व हरिद्वार की तरह गंगा तट पर महाआरती का आयोजन होगा. 16 नवम्बर तक चलने वाले राजकीय कल्पवास मेला के दौरान इस बार कुंभ सेवा समिति के बैनर तले वाराणसी के आचार्यों के द्वारा की जाने वाली माँ गंगा की महाआरती कार्तिक प्रतिपदा के दिन 18 अक्टूबर से शुरू होकर कार्तिक पूर्णिमा के दिन 15 नवम्बर तक चलेगी.

इधर, गंगा महाआरती को लेकर सोमवार को कुंभ सेवा समिति के सदस्यों ने सदर एसडीओ राजीव कुमार के साथ गंगा महाआरती स्थल सिमरिया धाम के रिवर फ्रंट (स्थायी स्नान घाट) पहुंच स्थल निरीक्षण किया. इस दौरान एसडीओ ने रिवर फ्रंट से अतिक्रमण हटाने व इसकी सफाई करवाने की बात कही.

आपको बता दे की 30 एकड़ की एरिया में फैले इस कल्पवास मेले की तैयारी को लेकर कई निर्देश दिए गए. जिसमें- शौचालय की साफ-सफाई, पानी का सप्लाई, मेला क्षेत्र में अग्निशमन विभाग की तैयारी, स्नान घाटों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से लाइफ जैकेट, स्नान घाट पर महिलाओं को कपड़ा बदलने के लिए 10 चेंजिंग रूम, चार वाॅच टावर तथा पूरे मेला क्षेत्र में कुल 150 सीसीटीवी लगाये जायेंगे.

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