बेगूसराय में सुरक्षित नहीं है लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, पत्रकार सुभाष की हत्या के 4 दिन बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी..

डेस्क : यूं तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जहां सब कुछ लोकतांत्रिक तरीके से होता है। लेकिन इस लोकतंत्र को खड़ा करने के लिए जिन चार स्तंभों का इस्तेमाल होता है, उनमें से एक स्तंभ आज लहूलुहान है। उसकी दरारों से खून रिस रहा है, क्योंकि उस स्तंभ को खड़ा करने वाले पत्रकारों की आए दिन हत्याएं हो रही हैं, उन पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं।

ताजा मामला बिहार के बेगूसराय से आया है। जहां अज्ञात माफियाओं के द्वारा एक युवा पत्रकार की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। और जिला प्रशासन मौन है? तो चलाए आपको घटना की विस्तृत जानकारी देते हैं।

घटना बीते 20 मई की है। जहां एक निजी चैनल के पत्रकार (सुभाष कुमार) की बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने गोली से छलनी कर दिया। बताया जा रहा है की शुक्रवार (20 मई) की रात करीब 09 बजे पत्रकार सुभाष कुमार अपने जिगरी मित्र के शादी समारोह से भोज खाकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में पहले से घात लगाए बदमाशों ने सुभाष के सिर में गोली मार दी। आपको बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम बेगूसराय जिले के परिहारा ओपी अंतर्गत सांखू गाँव की है।

बता दें की पत्रकार सुभाष कुमार घर का इकलौता पुत्र था। पिता अर्जुन महतो का एकमात्र सहारा सुभाष कुमार ही था। एक बहन शादीशुदा और एक बहन कुंवारी है। माँ आशा कार्यकर्ता है। पत्रकार सुभाष कुमार के पिता अर्जुन महतो कहना है कि “मेरे पुत्र सुभाष कुमार की हत्या पूर्व से सुनियोजित थी। क्योंकि सुभाष आए दिन बालू माफिया, शराब माफियाओ के खिलाफ लगातार खबरें चलाता था। वहीं, बीते पंचायत चुनाव में सुभाष ने अपने बलबूते अपने करीबी प्रत्याशी को वार्ड सदस्य पद से चुनाव जीताया था जिसका खामियाजा उसे महीनों बाद अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।”

उधर, जिला प्रशासन ने परिजनों को आश्वासन दिया था की 36 घंटे के भीतर सुभाष के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन, इधर 4 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई। जिसको लेकर जिले में पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। वही, आज यानी 24 मई को इस निर्मम हत्या को लेकर आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर बखरी-खगरिया सड़क को जाम कर हंगामा किया।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना को 4 दिन बीत गए है, लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा जो आश्वासन दिया गया था, वह पूरा नहीं हुआ है। अब तक बदमाशों की नामजद प्राथमिकी और पहचान होने के बावजूद पुलिस एक भी अपराधी को ना तो गिरफ्तार कर सकी है, ना ही कोई अन्य कार्यवाही की जा रही है। मृतक के परिजनों में भय का माहौल है, क्योंकि जिन अज्ञात बदमाशों को नामजद किया गया है वह पेशेवर हत्यारे हैं।

बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार का कहना है कि “हत्या में संलिप्त चार लोगों की पहचान कर ली गई है। हत्या के पीछे की तीन चार वजहें भी सामने आई हैं। बखरी डीएसपी के नेतृत्व में गठित स्पेशल टीम सघन छापेमारी और गहन अनुसंधान में जुटी हुई है। घटना में संलिप्त लोग स्थानीय हैं, सभी की पहचान की जा चुकी है और उन्हें गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलाई जाएगी।”