Barauni Refinery : क्या आप जानते है बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी रिफाइनरी का इतिहास?

बेगूसराय : बरौनी रिफाइनरी (Barauni Refinery) भारत के बिहार राज्य के बेगुसराय शहर में स्थित एक तेल रिफाइनरी है। इसका संचालन इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) द्वारा किया जाता है। रिफाइनरी सोवियत संघ के सहयोग से बनाई गई थी और जुलाई 1964 में चालू हुई थी। रिफाइनरी की प्रारंभिक क्षमता 1 मिलियन टन प्रति वर्ष थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसका कई बार विस्तार किया गया है। रिफाइनरी की वर्तमान क्षमता 6.1 मिलियन टन प्रति वर्ष है।

बरौनी रिफाइनरी मुख्य रूप से एक डीजल उत्पादक रिफाइनरी है, जिसमें हाई-स्पीड डीजल (एचएसडी) का 50% से अधिक उत्पाद मिश्रण शामिल है। रिफाइनरी द्वारा उत्पादित अन्य उत्पादों में केरोसीन, पेट्रोल, एलपीजी, नेप्था, कच्चा पेट्रोलियम कोक (आरपीसी), विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) के साथ-साथ सल्फर और बिटुमेन उप-उत्पाद शामिल हैं।

रिफाइनरी बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश राज्यों की ईंधन मांगों को पूरा करती है। नेपाल ऑयल कॉर्पोरेशन एलपीजी सहित अपना ईंधन भी बरौनी रिफाइनरी से प्राप्त करता है। वर्तमान में, बरौनी रिफाइनरी में उत्पादों का 42% से अधिक प्रेषण सड़क के माध्यम से पाइपलाइन और रेल के माध्यम से होता है।

हाल के वर्षों में, बरौनी रिफाइनरी एक बड़ी विस्तार परियोजना से गुजर रही है। यह परियोजना, जिसके 2023 में पूरा होने की उम्मीद है, रिफाइनरी की क्षमता 9 मिलियन टन प्रति वर्ष तक बढ़ जाएगी। विस्तार परियोजना रिफाइनरी को भारत के भारत स्टेज (बीएस)-VI गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाले ईंधन का उत्पादन करने में भी सक्षम बनाएगी।

बरौनी रिफाइनरी बिहार राज्य के लिए एक प्रमुख आर्थिक संपत्ति है। रिफाइनरी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करती है। यह करों और रॉयल्टी के माध्यम से राज्य के खजाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।

रिफाइनरी पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। इसने अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए कई उपाय लागू किए हैं, जिसमें सल्फर उत्सर्जन को कम करने के लिए ग्रिप गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) इकाइयों की स्थापना भी शामिल है।

बरौनी रिफाइनरी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संपत्ति है। यह देश की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक है और देश की ईंधन मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था में रिफाइनरी का भी बड़ा योगदान है।

Barauni Refinery की भविष्य की योजनाएं

बरौनी रिफाइनरी की भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। रिफाइनरी की योजना 2030 तक अपनी क्षमता को 12 मिलियन टन प्रति वर्ष तक विस्तारित करने की है। रिफाइनरी स्वच्छ ईंधन का उत्पादन करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों में निवेश करने की भी योजना बना रही है।

बरौनी रिफाइनरी भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक प्रमुख संपत्ति है। आने वाले वर्षों में देश की बढ़ती ईंधन मांग को पूरा करने के लिए रिफाइनरी अच्छी स्थिति में है।