बेगूसराय : बेगूसराय के बखरी थाना क्षेत्र अंतर्गत घाघरा पंचायत के एक युवक की पिछले दिनों जेल में ही संदेहास्पद मौत हो गई थी। मौत के बाद जेल सुपरिंटेंडेंट ने परिवार को बिना सूचना दिए शव पोस्टमार्टम करके उसके घर पर भेज दिया। आनन फानन में बिना परिवार को सूचना दिए शव का पोस्टमार्टम करना जेल सुपरीटेंडेंट का संदेह के घेरे में आना लाजिम है।
उपर्युक्त बातें बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान के नेतृत्व में घाघरा स्थित युवक के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कही। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए कहा कि इस बाबत हमारे बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बेगूसराय जेल सुपरिंटेंडेंट के इस रवैया से अवगत कराकर उच्च स्तरीय जाट की मांग किए थे, विधायक के अपील पर मुख्यमंत्री ने जेल में मौत का उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है।
पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह और बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान ने संयुक्त रूप से कहा की बिहार के अंदर अपराधिक घटना चरम पर है ही। अब जेल के अंदर भी जेल सुपरिंटेंडेंट के मिली भगत से किसी की हत्या या मौत होती है यह काफी विचारणीय विषय है बाहर तो लोग असुरक्षित हैं ही अब जेल में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बेगूसराय जेल में बन्द बखरी प्रखण्ड के घाघड़ा गांव निवासी परमानंद तांती का लगभग 28 वर्षीय पुत्र रणवीर तांती की मौत जेल में सन्देहास्पद स्थिति में हुई थी।तथा मौत के बाद बिना परिजन को सूचना दिए शव का पोस्टमार्टम करवा कर डेड बॉडी घर भेज दिया गया था।