Begusarai News : बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार उम्मीदवारों की जेब पर चुनाव आयोग की सख्त नजर है। प्रत्याशी कितना पैसा खर्च करेंगे और किस मद में कितना दिखा पाएंगे, इसके लिए बाकायदा एक विस्तृत ‘रेट लिस्ट’ जारी की गई है। यह सूची देखने में किसी रेस्त्रां के मेन्यू कार्ड जैसी लगती है। जहां चाय, पान, समोसा से लेकर होटल रूम और मंच-कुर्सी तक का रेट तय किया गया है।
चुनाव आयोग ने प्रत्याशी के कुल खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये रखी है। यानी प्रचार, पोस्टर-बैनर, यात्रा, चाय-पानी, होटल ठहराव सबकुछ इसी सीमा में समेटना होगा।
चाय-पान से शुरू खर्च का हिसाब
बेगूसराय जिला प्रशासन की ओर से जारी रेट लिस्ट के मुताबिक
- एक कप चाय का खर्च ₹7
- एक पान ₹10
- एक कप कॉफी ₹20
- कोल्ड ड्रिंक (200 ml) ₹20
- मिनरल वाटर की एक बोतल ₹20
- मिठाई का एक पीस ₹20
यानी अगर उम्मीदवार समर्थकों को सिर्फ एक कप चाय भी पिलाते हैं, तो उसे भी खर्च के हिसाब में शामिल करना होगा।
खाने का भी तय ‘मेन्यू रेट’
प्रचार के दौरान भोजन कराने पर भी खर्च की दरें फिक्स की गई हैं—
- पूड़ी-आलू-परवल-सलाद – ₹60 प्रति प्लेट
- चावल-दाल-सब्जी-सलाद-पापड़ – ₹75 प्रति प्लेट
- चिकन/मटन/मछली के साथ चावल-दाल-सलाद – ₹200 प्रति प्लेट
- अंडा करी-चावल – ₹150 प्रति प्लेट
- समोसा या कचौड़ी (2 पीस) – ₹40
प्रचार सामग्री और उपकरणों के रेट भी तय
जिला प्रशासन ने कुल 206 मदों की सूची बनाई है, जिसमें टेंट, कुर्सी, मंच से लेकर माइक और लैपटॉप तक का किराया तय है
- साधारण पंडाल – ₹5 प्रति वर्गफुट
- वाटरप्रूफ पंडाल – ₹15 प्रति वर्गफुट
- मंच (नन-वाटरप्रूफ) – ₹25 प्रति वर्गफुट
- मंच (वाटरप्रूफ) – ₹50 प्रति वर्गफुट
- साधारण कुर्सी – ₹20 प्रति दिन
- वीआईपी गद्देदार कुर्सी – ₹75 प्रति दिन
- टेबल – ₹75, टेबल क्लॉथ – ₹40
- पंखा – ₹65, कूलर – ₹500 प्रतिदिन
- लाउडस्पीकर सेट (एम्प्लीफायर, माइक, हॉर्न सहित) – ₹800 प्रतिदिन
- मिक्सर – ₹500, ऑपरेटर – ₹600
- कंप्यूटर/लैपटॉप – ₹800, कंप्यूटर ऑपरेटर – ₹800 प्रतिदिन
होटल में ठहराव का भी हिसाब तय
प्रचार में आने वाले बाहरी कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए ठहरने का खर्च भी रेट लिस्ट में जोड़ा गया है
- एक्जीक्यूटिव सिंगल रूम – ₹1199 प्रति दिन
- एक्जीक्यूटिव डबल रूम – ₹2850 प्रति दिन
- डीलक्स सिंगल रूम – ₹3250 प्रति दिन
- डीलक्स डबल रूम – ₹3350 प्रति दिन
- अमरपाली डबल रूम – ₹5050 प्रति दिन
- राजगृह डबल रूम (सबसे महंगा) – ₹6800 प्रति दिन
- अतिरिक्त बिस्तर – ₹500 प्रति दिन
पारदर्शिता और जवाबदेही की कोशिश
चुनाव आयोग का यह कदम चुनावी खर्च को पारदर्शी और नियंत्रित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अब कोई भी प्रत्याशी मनमाने तरीके से खर्च नहीं दिखा सकेगा। अब हर रैली, हर मंच, हर भोजन और हर चाय का कप चुनावी हिसाब-किताब में गिना जाएगा।