बिहार के बेगूसराय में फर्जी SDM बनकर शिक्षकों से पैसे ऐंठने गया, ऐन वक्त पर पुलिस ने धर दबोचा..

डेस्क : पावर, पैसा और रुतवा किसको नहीं चाहिए..इन तीनों पर कितनी फिल्में बन गई और उन फिल्मों ने कितने करोड़ रुपए कमा लिए। लेकिन कुछ लोग इसके शोहरत में हवालात भी पहुंच गए। ताजा मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। बिहार के बेगूसराय में एक युवक खुद को एसडीएम (SDM) बताकर सरकारी विद्यालयों में खूब धौंस जमा रहा था।

लेकिन जब लंगूर के हाथ में अंगूर मिलता है तो उसकी हसन क्या होती है? इससे आप सब वाकिफ है। कुछ ऐसा ही हुआ स्वघोषित एसडीएम साहब के साथ..बच्चों से सवाल जवाब के दौरान खुद ही सवालों का जवाब गलत बता रहे थे। जब शिक्षकों को शक हुआ तो शिक्षकों ने वरीय अधिकारी से संपर्क साधा उसके बाद मामले की खुलासा हुई। फर्जी अधिकारी अपना नाम नीरज कुमार, पिता नरेश कुमार और घर अनिसाबाद पटना बता रहा है लेकिन जब पुलिस ने जांच पड़ताल की तब पता चला फर्जी अधिकारी बेगूसराय का ही रहने वाला है।

मिली जानकारी के अनुसार, वह बेगुसराय नगर निगम क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुर्गास्थान बाघा में फर्जी अधिकारी बन कर जांच करने गया था। बेगूसराय सदर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार सिंह के अनुसार विद्यालय में सुबह-सुबह दो व्यक्ति आएं। उनमें से एक ने खुद को जांच अधिकारी बताकर विद्यालय की जांच शुरू कर दी लेकिन जब कक्षा में बच्चों से सवाल जवाब कर रहे थे तब कई सवाल का जवाब खुद ही गलत बता रहे थे। फर्जी अधिकारियों की गतिविधि और उच्चारण भी सही नहीं था। इस पर शिक्षकों को संदेह हुआ और उन्होंने वरीय अधिकारियों से संपर्क साधा।

उसके बाद पूरे मामले की खुलासा हो पाई। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि जब वरिय अधिकारी स्कूल पहुंचे तब वह खुद को ट्रेनी एसडीओ बता रहा था, थोड़ी देर बाद जमुई थाने का एसएचओ बताने लगा। जब पुलिस को सूचना दी गई तब पुलिस लिखा बेल्ट खोलकर विद्यालय के पीछे फेंक दिया। लोहिया नगर ओपी प्रभारी अमरजीत कुमार को जब सूचना मिली तब वह विद्यालय पहुंचे। संदिग्ध युवक ने पुलिस को भी बहुत देर तक उलझा रखा लेकिन मामले की गहन जांच पड़ताल हुआ तब सच्चाई सामने आ गया।

उसके बाद उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया गिरफ्तार युवक बहुत देर तक पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया। जिस होटल में रुकने की बात वह कर रहा था वह होटल भी फर्जी निकला। मामले की जांच चल रही है। गिरफ्तार फर्जी अधिकारी को जेल भेजा जाएगा। पुलिस लिखी गाड़ी और मोबाइल की भी जांच चल रही है।