Begusarai Court News

बेगूसराय कोर्ट से शराबबंदी कानून में कड़ी सजा: 7 साल कारावास और 1 लाख जुर्माना

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बिहार की शराबबंदी नीति के तहत अवैध शराब तस्करी के मामलों में सख्त कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में बेगूसराय जिले की एक्साइज कोर्ट द्वितीय के विशेष न्यायाधीश सुनील कुमार चौबे ने एक अहम फैसला सुनाया है। उत्पाद थाना कांड संख्या 253/2024 में अवैध शराब कारोबारी बरौनी थाना के पपरौर निवासी मोहम्मद इमरान को दोषी करार दिया गया है।

7 साल सश्रम कारावास और 1 लाख रुपए का जुर्माना

कोर्ट ने बिहार मद् निषेध एवं उत्पाद अधिनियम की धारा 30A के अंतर्गत दोषी पाते हुए आरोपी मोहम्मद इमरान को 7 वर्ष का सश्रम कारावास और 1 लाख रुपए का जुर्माना भुगतने की सजा दी है। जुर्माने की राशि अदा ना करने की स्थिति में चार महीने का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक शंभू रजक और एडिशनल स्पेशल पीपी पंकज कुमार वर्मा ने कुल चार गवाहों की साक्ष्य प्रस्तुत की।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

मामले के अनुसार, 16 जुलाई 2024 को शाम 3 बजे उत्पाद थाना बेगूसराय को गुप्त सूचना मिली थी कि मोहम्मद इमरान एक बिना नंबर प्लेट के हरे रंग के ई-रिक्शा से अवैध विदेशी शराब लेकर ओवर ब्रिज के रास्ते सुभाष चौक होते हुए विश्वनाथ नगर जा रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विश्वनाथ चौक के पास साढ़े तीन बजे मोहम्मद इमरान और उसके साथी बटोही साह को शराब लेकर पकड़ लिया। तलाशी में रॉयल स्टैग की कुल 36 बोतल (375ml) और रॉयल पार्टी व्हिस्की की 24 बोतल (180ml), कुल 17 लीटर अवैध विदेशी शराब बरामद की गई।

595 लीटर अवैध शराब की भी हुई बरामदगी

पूछताछ के दौरान आरोपी इमरान के बयान पर दूसरे आरोपी विजय कुमार पोद्दार के कमरे की तलाशी ली गई, जहां से पुलिस ने कुल 595 लीटर अवैध विदेशी शराब जब्त की। इस केस में दोनों आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं के तहत कार्यवाही की जा रही है।

बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम की धारा 30A

यह धारा अवैध शराब के निर्माण, बिक्री, परिवहन या भंडारण में लिप्त पाए जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान करती है। इस कड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि बिहार में शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों पर प्रशासन किसी तरह की नरमी नहीं बरतेगा।

बिहार सरकार की शराबबंदी नीति को कठोरता से लागू किया जा रहा है। बेगूसराय कोर्ट का यह फैसला आने वाले समय में अवैध शराब कारोबारियों के लिए एक चेतावनी है। कानून का उल्लंघन करने वालों को सख्त सजा दी जा रही है ताकि समाज में शराब के दुष्प्रभाव को रोका जा सके।

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