Begusarai News : बेगूसराय जिला वर्षों से मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए कुख्यात बना हुआ है। खासकर, बखरी अनुमंडल क्षेत्र के आशा पोखर, इस्माइल नगर, सोनमा–सिमरी और नदैल घाट जैसे इलाकों में खुलेआम यह धंधा फल-फूल रहा है। स्थानीय लोग लगातार इन अड्डों को बंद करने की मांग करते हैं, लेकिन आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत और प्रशासन की लापरवाही के कारण हर बार कार्रवाई के बाद भी कारोबार फिर से शुरू हो जाता है।
पिछले दो दशकों में यहां 50 से अधिक लड़कियों की खरीद-फरोख्त सामने आ चुकी है। कई बार छापेमारी हुई, दलाल गिरफ्तार भी हुए, मगर कमजोर चार्जशीट और पुलिस की उदासीनता के चलते सभी बरी हो गए। यही वजह है कि यह नेटवर्क अब न सिर्फ बिहार, बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल, यूपी और असम तक फैला हुआ है।
लड़कियों को बहला-फुसलाकर, अगवा कर या नौकरी–शादी का झांसा देकर लाया जाता है और यहां एक से डेढ़ लाख रुपये में बेचा जाता है। इतना ही नहीं, खाड़ी देशों तक इनकी सप्लाई की पुष्टि हुई है, जहां एक लड़की की कीमत 20 लाख रुपये तक लगाई जाती है।
हाल ही में 27 जून 2025 को एसपी मनीष के आदेश पर बखरी डीएसपी कुंदन कुमार के नेतृत्व में मीरकलापुर नदैल घाट में छापेमारी हुई। इस दौरान एक नाबालिग लड़की को छुड़ाया गया, जिसे उसके प्रेमी ने ही एक लाख रुपये में बेच दिया था। वहीं, जांच में 12 साल की बच्ची को आर्केस्ट्रा में डांस कराने के बहाने बेचने की कोशिश का भी खुलासा हुआ।
पुलिस की छापेमारियों से भले ही कुछ पीड़ित लड़कियों को बचाया जा रहा हो, लेकिन यह संगठित नेटवर्क अब रेलवे स्टेशन, बस अड्डों जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों से सीधे अपने शिकार तलाश रहा है। अंतरराज्यीय दलालों और खाड़ी देशों तक फैले कनेक्शन की वजह से यह तस्करी रैकेट बेहद खतरनाक और चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।