बेगूसराय चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू उम्मीदवार अभिषेक आनंद की जीत के बाद पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं, वहीं विपक्षी राजद के खेमे में निराशा छाई हुई है। यह सीट अब तक राजद के कब्जे में थी, लेकिन इस बार जनता ने बदलाव का फैसला सुनाया है।
राजद में मायूसी, सत्तारूढ़ दल में उत्साह
इस बार राजद ने अपने सीटिंग विधायक राजवंशी महतो को टिकट नहीं दिया था और उनकी जगह सुशील कुमार कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया गया था। लेकिन, जनता ने उन्हें नकारते हुए जदयू उम्मीदवार अभिषेक आनंद को अपना प्रतिनिधि चुना। वहीं, एनडीए समर्थकों का कहना है कि इस बार सरकार और विधायक दोनों एक ही दल से होने के कारण चेरिया बरियारपुर के विकास की रफ्तार अब तेज़ होगी।
काबर टाल की जलनिकासी बनी सबसे बड़ी चुनौती
चेरिया बरियारपुर विधानसभा का सबसे अहम मुद्दा रहा है — काबर टाल की जलनिकासी। काबर टाल, जो कि एक अंतरराष्ट्रीय पक्षी विहार के रूप में प्रसिद्ध है, उसकी अधिसूचित जमीन पर खरीद-बिक्री रोक के कारण हजारों लोग परेशानी में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछली सरकारों में इस समस्या के समाधान पर कोई ठोस पहल नहीं की गई।
अब जनता को उम्मीद है कि अभिषेक आनंद इस दिशा में ठोस कदम उठाएँगे और काबर टाल के आसपास के इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेंगे।
जयमंगलागढ़ और पर्यटन की संभावना
क्षेत्र की एक और बड़ी मांग है — जयमंगलागढ़ किले को विकसित कर उसे एक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले स्थलों की उपेक्षा अब खत्म होनी चाहिए। नवनिर्वाचित विधायक से उम्मीद है कि राज्य सरकार के सहयोग से जयमंगलागढ़ के विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
मंझौल क्षेत्र के विकास पर भी टिकी नजरें
मंझौल शहर और आसपास के इलाकों के लोग कई वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।
इनमें प्रमुख हैं —
- मंझौल बस पड़ाव को शहरी स्वरूप देना
- दुकानों का निर्माण और व्यवस्थित मार्केट योजना
- मंझौल सब्जी मार्केट का विकास
- श्रीकृष्ण पार्क (मंझौल मोइन) का सौंदर्यीकरण और रखरखाव
स्थानीय व्यापारी संघ और आम नागरिकों ने कहा,
“अब जब विधायक सत्तारूढ़ दल से हैं,
तो इन मुद्दों पर तेजी से काम होना चाहिए।”
जनता की उम्मीदें और विधायक की जिम्मेदारी
जिले के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अभिषेक आनंद के सामने चुनौती केवल विकास की नहीं, बल्कि जनता के भरोसे को बनाए रखने की भी होगी। पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में “सरकार बनाम विपक्षी विधायक” के समीकरण के कारण कई योजनाएँ अधर में लटकी रहीं।अब जब सत्ता और प्रतिनिधित्व दोनों एक ही पक्ष के हाथ में हैं, तो जनता को उम्मीद है कि चेरिया बरियारपुर बेगूसराय जिले के सबसे तेजी से विकसित होते क्षेत्रों में शामिल होगा।


