Begusarai News : बेगूसराय जिले के विभिन्न बैंकों में वर्षों से निष्क्रिय पड़े खातों में जमा 78 करोड़ रुपये के दावेदारों की तलाश शुरू हो गई है। भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्देश के बाद यह राशि जमाकर्ता शिक्षा एवं जागरूकता निधि (DEAF) में स्थानांतरित की जा चुकी है, लेकिन अब इसे वास्तविक धारकों तक पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है।
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक प्रशांत कुमार मिश्रा ने बताया कि बेगूसराय के अलग-अलग बैंकों में एक लाख 94 हजार 212 खाते निष्क्रिय पड़े हुए हैं। इन खातों में जमा राशि वर्षों से बिना दावे के रहने के कारण आरबीआई की व्यवस्था के तहत DEAF में भेजी गई है। उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा है कि बिना दावा पड़ी संपत्ति को उसके वास्तविक मालिक तक पहुंचाया जाए।
इसी उद्देश्य से 5 दिसंबर को जिले के कंकौल स्थित राष्ट्रीय स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) में जागरूकता शिविर आयोजित किया जा रहा है। ‘आपकी पूंजी, आपका अधिकार’ नाम से आयोजित इस शिविर में वे सभी लोग अपने दावे प्रस्तुत कर सकेंगे, जिनके खाते निष्क्रिय हो चुके हैं या जिनकी जमा राशि DEAF में चली गई है। बैंक अधिकारियों की टीम दस्तावेज़ों की जांच कर दावों का निष्पादन करेगी तथा वास्तविक धारकों को उनकी जमा पूंजी वापस की जाएगी।
अग्रणी बैंक प्रबंधक ने बताया कि यह अभियान भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग के निर्देश और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, बिहार के मार्गदर्शन में यूको बैंक के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। मिश्रा ने उम्मीद जताई कि शिविर और व्यापक जागरूकता अभियान के माध्यम से दावेदार सामने आएंगे और 78 करोड़ रुपये तक की राशि उनके वास्तविक मालिकों को लौटाई जा सकेगी।
बैंक प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि यदि उनका कोई खाता लंबे समय से संचालित नहीं हुआ है या उन्हें किसी जमा राशि का दावा होना है तो वे शिविर में अवश्य पहुंचें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ अपनी पूंजी का दावा करें।

