Begusarai News : बहुप्रतीक्षित शाम्हो-मटिहानी पुल को लेकर एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसके निर्माण की “200 प्रतिशत गारंटी” देते हुए लोगों से चिंता नहीं करने की अपील की है, वहीं दूसरी ओर इस मांग को लेकर जन सुराज नेता डॉ. रंजन चौधरी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
मंगलवार को बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने स्पष्ट किया कि यह पुल निश्चित रूप से शाम्हो प्रखंड क्षेत्र से होकर ही गुजरेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर किसी तरह की भ्रांति फैलाने की जरूरत नहीं है।
जनता को छलावा: डॉ. रंजन

वहीं, इसी मुद्दे पर जन सुराज के नेता डॉ. रंजन चौधरी ने मंगलवार से कलेक्ट्रेट के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार सिंह भी अनशन पर बैठे हैं। डॉ. चौधरी ने कहा कि शाम्हो-मटिहानी पुल को लेकर जनता के साथ धोखा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “पिछले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि एनडीए की सरकार बनने के एक महीने के भीतर पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन अब तक जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है।”
डॉ. चौधरी ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि अब यह पुल शाम्हो से करीब 10 किलोमीटर दूर बनाने की बात सामने आ रही है, जो शाम्हो की जनता के साथ एक और अन्याय होगा।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित है शाम्हो
उन्होंने यह भी कहा कि शाम्हो क्षेत्र आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में उद्घाटन किए गए अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है, और घोषित डिग्री कॉलेज आज तक धरातल पर नहीं उतरा। किसानों को फसल और दूध की उचित कीमत नहीं मिल रही है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है।
बता दे की शाम्हो-मटिहानी पुल निर्माण को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एक ओर केंद्रीय मंत्री जहां लोगों को भरोसा दिला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय नेता जन आंदोलन के सहारे सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।