Begusarai News : विश्व स्तर पर कैंसर एक गंभीर और तेजी से बढ़ने वाली बीमारी के रूप में उभर रहा है। भारत में इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता और गहरी हो गई है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों, रोकथाम, उपचार एवं इसके दुष्प्रभावों के बारे में सचेत करने का प्रयास कर रहे हैं।
इसी क्रम में बेगूसराय स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कैंसर से जुड़े ताज़ा आंकड़े जारी किए गए हैं, जो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने लाते हैं।
नवंबर में चला व्यापक कैंसर जांच अभियान
जिले में कैंसर की पहचान के लिए नवंबर माह में जिला स्तर से लेकर प्राथमिक स्तर तक व्यापक जांच अभियान चलाया गया। सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों में कुल 1,411 लोगों की जांच की गई। डॉक्टरों का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ने से शुरुआती लक्षणों वाले अनेक मरीजों की पहचान संभव हो सकी है।
164 नए मरीज दर्ज, महिलाओं की संख्या अधिक
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 25 नवंबर तक बेगूसराय में कुल 164 कैंसर मरीज दर्ज किए गए। इनमें
- ओरल कैंसर- 79 मरीज
- ब्रेस्ट कैंसर- 38 मरीज
- सर्वाइकल कैंसर- 8 मरीज
- अन्य प्रकार के कैंसर- 39 मरीज शामिल हैं।
चिंता की बात यह है कि पुरुषों की तुलना में महिला मरीजों की संख्या अधिक पाई गई है। जिले में 93 महिला मरीज, जबकि 71 पुरुष मरीज दर्ज किए गए हैं। डॉक्टरों का मानना है कि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मामले जागरूकता की कमी और देर से जांच कराने के कारण बढ़ रहे हैं।
स्क्रीनिंग सुविधाओं में विस्तार
स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ सदर अस्पताल में भी स्क्रीनिंग सुविधाओं का विस्तार किया है। गांव-गांव स्वास्थ्य शिविर लगाने की तैयारी जारी है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक जांच की सुविधा पहुंचाई जा सके।
जिला गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि अधिकांश कैंसर शुरुआती अवस्था में पहचान होने पर पूरी तरह इलाज योग्य हैं। इसलिए लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए समय पर जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर जीवनशैली, नियमित जांच और जागरूकता ही कैंसर से बचाव के सबसे प्रभावी उपाय हैं।
कैंसर से बचाव के लिए विशेषज्ञों की सलाह
- तंबाकू, गुटखा, शराब और धूम्रपान से परहेज करें
- नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें
- स्वच्छता और संतुलित भोजन अपनाएं
- महिलाओं में ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर की समय-समय पर जांच
- धूप की हानिकारक किरणों से बचाव
- किसी भी असामान्य गांठ, घाव या दर्द को नज़रअंदाज न करें
कैंसर के शुरुआती लक्षण
- लगातार थकान बने रहना
- वजन का अचानक बढ़ना या घटना
- त्वचा पर ऐसे घाव जो जल्दी न भरें
- शरीर में महसूस होने वाली गांठ
- लगातार खांसी या आवाज में बदलाव
- सांस लेने में परेशानी
- निगलने में दिक्कत
- मांसपेशियों में दर्द
- लगातार अपच या खाने के बाद बेचैनी
इन गंभीर लक्षणों को बिल्कुल नज़रअंदाज न करें
- पखाना, पेशाब या योनि मार्ग से खून आना
- मुंह में या जीभ पर सफेद चकत्ते
- फोड़ा या जख्म का न भरना
- स्तन में गांठ या स्तन से खून का रिसाव
- त्वचा पर तिल या गांठ के आकार में अचानक वृद्धि
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर जांच और इलाज न सिर्फ जीवन बचाता है, बल्कि मरीज की जीवनशैली भी बेहतर बनाता है। इसलिए कैंसर के प्रति जागरूक रहना और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

